नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि अगर मायावती एनडीए का हिस्सा बनती हैं तो वो स्वागत करेंगे. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह एनडीए की अगुवाई कर रही बीजेपी के फैसले पर निर्भर है कि वह मायावती को गठबंधन का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करे.


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बता दें कि अठावले का यह बयान मायावती के उस वक्तव्य के बाद आया है जिसमें उन्होंने साफ किया है कि वो एनडीए या इंडिया गठबंधन के साथ हाथ नहीं मिलाने जा रही हैं. मायावती ने कहा है कि सभी राजनीतिक पार्टियां बीएसपी के साथ गठबंधन करने की इच्छुक हैं. 


सोशल मीडिया पर कई पोस्ट के जरिए रखा अपना स्टैंड
मायावती सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बुधवार को कई पोस्ट के माध्यम से अपने स्टैंड के बारे में जानकारी दी थी. उन्होंने लिखा-एनडीए व इण्डिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता. अतः मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज़.


2019 में किया था गठबंधन
बता दें कि कुछ दिनों पहले भी मायावती पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में एनडीए-इंडिया से गठबंधन न करने की बात कह चुकी हैं. इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में बीएसपी ने समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाया था. हालांकि नतीजों में गठबंधन को कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी थी. जब गठबंधन बना था तब कई विश्लेषकों ने इसे बड़ा कदम बताया था तो कई ने इसे बेमेल गठबंधन भी कहा था. सपा-बसपा के बीच का यह गठबंधन ज्यादा समय तक नहीं टिका.


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