यूपी में 21 जगहों पर ठप इंटरनेट, जुम्मे के दिन अलर्ट पर प्रशासन
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मचे बवाल में उत्तरप्रदेश के कई जिले काफी प्रभावित हैं. उन जिलों में सार्वजनिक संपत्तियों का नुकसान इतना ज्यादा कर दिया गया कि प्रदेश की योगी सरकार ने तोड़फोड़ मचाने वालों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया. उन्होंने कहा कि उन सभी संपत्तियों का नुकसान करने वाले लोगों से पैसे वसूले जाएंगे और उनकी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में CAA के हिंसक विरोध से प्रभावित जिलों में नकेल कसने की योगी सराकरी की तैयारी का पहला राउंड शुरू हो गया है. उत्पात मचाने वालों की संपत्ति को जब्त करने के फैसले के तहत यूपी में 498 लोगों को सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में चिन्हित कर लिया गया है. अब उनके खिलाफ क्या एक्शन लिया जाए, यह तय करना बाकी है.
हिंसक प्रदर्शन करने वालों पर बरती जाएगी सख्ती
चिन्हित किए गए 498 लोगों की संपत्ति ज़ब्त करने की तैयारी में यूपी सरकार क्या कदम उठाने वाली है, इस पर सबकी नजर है. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन करने वालों की पहचान कर सख्ती बरते जाने की यह पहली पहल है. वह भी उत्तरप्रदेश की योगी सरकार की ओर से.
जुम्मे की नमाज के दौरान पुलिस करेगी पैट्रोलिंग
यूपी में इन दिनों हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. शुक्रवार को जुमे की नमाज से पहले गाजियाबाद, अलीगढ़ समेत कई जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. डीजीपी मुख्यालय से इन सब पर नजर भी रखी जा रही है. उत्तरप्रदेश के विभिन्न जिलों में जुम्मे की नमाज को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के निर्देश जारी किए हैं, जुमे की नमाज में जो भीड़ इकठ्ठी होगी, पुलिस उसकी भी पैट्रोलिंग करती नजर आएगी.
इन जिलों में बंद हैं इंटरनेट सेवाएं
इसी बीच एक खबर यह भी मिली कि राज्य के कई जिलों में सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च निकाला है. एक राहत की बात यह है कि अलग-अलग जिलों में जिलाधिकारियों ने जनता से साथ शांति बैठक कर शांति बरतने की अपील भी की है.
मालूम हो कि यूपी में CAA विरोध के मद्देनजर 21 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद है.बुलंदशहर, आगरा, संभल, बिजनौर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, फिरोजाबाद, मथुरा, गाजियाबाद, अलीगढ़, शामली, कानपुर, सीतापुर, मेरठ, अमरोहा, लखनऊ में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं