नई दिल्ली: Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में 41 मजदूर बीते 11 दिन से फंसे हुए हैं. बचाव अभियान लगातार जारी है. ऑगर मशीन से की जाने वाली हारिजांटल ड्रिलिंग रात में ही शुरू हो गई थी. वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए सुरंग के ऊपर मशीनें लगा दी गई हैं. 41 मजदूरों को बचाने के लिए ऑपरेशन निर्णायक मोड़ पर आ चुका है. माना जा रहा है कि अगले 40 घंटो के भीतर मजदूरों को बचाया जा सकता है. 


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क्या प्रयास किए जा रहे
उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में 22 मीटर तक 900 एमएम के पाइप डाले गए थे. अब इनके भीतर 800 एमएम के पाइप फिट किए जा रहे हैं. बचाव अभियान में जुटी टीमों के सदस्यों ने बताया कि पहाड़ी पर 37 मजदूर सड़क निर्माण के लिए जा रहे हैं. जितना निर्माण होना था, उतना हो गया है और मशीनें भी पहुंच गई हैं. आज सड़कों की मरम्मत की जाएगी, ताकि मशीनों को सुरंग तक ले जाने में किसी प्रकार की समस्या न आए. 


खाने के लिए क्या-क्या भेजा
सुरंग में फंसे मजदूरों का मंगलवार को वीडियो सामने आया. इन्हें सकुशल देखकर इनके परिवार की भी उम्मीद बढ़ी है. मंगलवार रात को मजदूरों के पास खाने के लिए पुलाव, मटर-पनीर और साथ चपाती भेजी गई. इससे पहले छह इंच चौड़े पाइप के जरिये मजदूरों के पास सेब, संतरे, मौसमी और केले जैसे फल व इलेक्ट्रॉल जैसी आवश्यक दवाइयां भी पहुंचाई गईं.


सफलता की उम्मीद
इन मजदूरों के सुरक्षित बाहर निकलने के खातिर देश भर में पूजा और यज्ञ किए जा रहे हैं. अगले 30 से 40 घंटो के भीतर बड़ी खुशखबरी मिल सकती है. बचाव अभियान में जुटे सदस्यों को सफलता मिलने की उम्मीद है. रेस्क्यू की उम्मीद में टनल के बाहर 40 एंबुलेंस पहले ही तैनात कर दी गई हैं, ताकिजैसे ही मजदूर बाहर आएं तो उन्हें पूरा इलाज मिल सके.  


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