Delhi Acid Attack के बाद वायरल हो रहे तेजाब की खुली बिक्री के वीडियो, सरकार पर उठ रहे सवाल
दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने बुधवार को कहा कि तेजाब की खुदरा बिक्री पर प्रतिबंध के बावजूद यह सब्जी की तरह आसानी से खरीददारी के लिए उपलब्ध है. मालीवाल ने यह टिप्पणी स्कूल जा रही 17 वर्षीय एक लड़की पर यहां तेजाब से हमले की घटना के बाद की.
नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने बुधवार को कहा कि तेजाब की खुदरा बिक्री पर प्रतिबंध के बावजूद यह सब्जी की तरह आसानी से खरीददारी के लिए उपलब्ध है. मालीवाल ने यह टिप्पणी स्कूल जा रही 17 वर्षीय एक लड़की पर यहां तेजाब से हमले की घटना के बाद की.
आरोपियों को सार्वजनिक रूप से फांसी की उठी मांग
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बाजारों में तेजाब की बेतहाशा बिक्री पर सवाल उठाए और दावा किया कि प्रतिबंध केवल कागजों पर मौजूद है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद गौतम गंभीर ने छात्रा पर तेजाब फेंकने वाले को सार्वजनिक रूप से फांसी देने की मांग की है. क्रिकेट से राजनीति में आए गंभीर ने कहा कि ऐसे अपराध करने वालों में ‘‘भयंकर दर्द का डर पैदा करना’’ जरूरी है. पूर्वी दिल्ली से सांसद गंभीर ने कहा, ‘‘शब्दों से न्याय नहीं होगा.
हमें उन जानवरों के मन में भीषण डर पैदा करना होगा. स्कूली बच्ची पर तेजाब फेंकने वाले को सार्वजनिक रूप से फांसी देने की जरूरत है.’’ उच्चतम न्यायालय ने 2013 में तेजाब हमलों की संख्या में वृद्धि के बाद दुकानों पर तेजाब की खुदरा बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था और राज्य सरकारों आदेश दिया था कि वे प्रत्येक तेजाब हमले की पीड़ित को तीन लाख रुपये का मुआवजा दे.
अदालत का दरवाजा खटखटा सकता है दिल्ली महिला आयोग
मालीवाल ने दावा किया कि उच्चतम न्यायालय का निर्देश है कि गैरकानूनी तरीके से तेजाब बेचने वालों से वसूले जाने वाले जुर्माने की राशि का उपयोग तेजाब हमला पीड़ितों के पुनर्वास के लिए किया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘इस साल अक्टूबर में जब हमने दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेटों को नोटिस जारी किया, तो हमें पता चला कि जुर्माने के रूप में करीब 36 लाख रुपये वसूले गए हैं, लेकिन उनका उपयोग पीड़ितों के लिए नहीं हो रहा है.
सरकार ने हमें बताया कि वे तेजाब हमला पीड़ितों के लिए पुनर्वास की योजना बना रही है लेकिन अब बहुत देर हो चुकी और हम चाहते हैं कि इसमें जल्दी की जाए.’’ ट्विटर पर साझा किए गए एक वीडियो में मालीवाल ने कहा कि तेजाब की बिक्री पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने के लिए आयोग अदालत का दरवाजा खटखटा सकता है.
सब्जी खरीदने जितना आसान है तेजाब खरीदना
उन्होंने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आयोग की बार-बार की सिफारिशों के बावजूद, तेजाब की खुदरा बिक्री पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है. बाजार में खुलेआम तेजाब बेचा जा रहा है. वास्तव में, तेजाब प्राप्त करना उतना ही आसान है जितना कि सब्जियां खरीदना.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को तेजाब की खुदरा बिक्री पर रोक लगानी चाहिए. इसके अलावा, दिल्ली पुलिस को आरोपियों को गिरफ्तार करना चाहिए और मामले की ठीक से जांच करनी चाहिए, ताकि उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जा सके.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब किसी लड़की पर तेजाब से हमला किया जाता है तो रूह कांप जाती है और उसका जीवन बर्बाद हो जाता है.’’
डीसीडब्ल्यू प्रमुख मालीवाल ने कहा, ‘‘आयोग ने कई नोटिस और समन जारी किए लेकिन तेजाब की बिक्री बेरोकटोक जारी है. इस मुद्दे पर सरकारें क्यों आंख मूंदे हुए हैं? हम तेजाब की बिक्री के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे और जरूरत पड़ने पर अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगे.’’ सामाजिक कार्यकर्ता योगिता भयाना ने दावा किया कि प्रतिबंध लागू नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रतिबंध को लागू करने के लिए जिम्मेदार जिला अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और अगर यह पाया जाता है कि उनके अधिकार क्षेत्र में तेजाब बेचा जा रहा है तो उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए या उन पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए. तभी एक मजबूत संदेश भेजा जाएगा.’’ तेजाब हमले की पीड़ितों के लिए काम करने वाली एनजीओ ‘ब्रेव सोल्स फाउंडेशन’ ने ट्वीट किया, ‘‘यह शर्म की बात है कि तेजाब हमला अब भी जारी है. दिल्ली उच्च न्यायालय में जनहित याचिका के बावजूद, हम तेजाब की बिक्री पर कोई प्रतिबंध और हमलावरों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं देखते हैं. कब तक इस जघन्य कृत्य को नजरअंदाज किया जाएगा? सरकार कब तक आंख मूंद कर काम करेगी?’’
पीड़ित लड़की का आईसीयू में चल रहा इलाज
पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर में बुधवार सुबह स्कूल जाने के लिए घर से निकली 17 वर्षीय लड़की पर बाइक सवार दो नकाबपोश व्यक्तियों ने कथित तौर पर तेजाब फेंक दिया, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसका सफदरजंग अस्पताल के बर्न आईसीयू में इलाज किया जा रहा है. तेजाब हमले को लेकर आक्रोश फैलते ही उपराज्यपाल वी के सक्सेना, महिला संगठनों और अन्य लोगों ने प्रतिबंध के बावजूद बाजारों में तेजाब की उपलब्धता पर सवाल उठाया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूछा कि आरोपी इतना साहस कैसे जुटा सकते हैं.
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की सदस्य वंदना सिंह और फिरदौस खान ने अस्पताल में तेजाब हमला पीड़िता से मुलाकात की और उसके परिवार के सदस्यों से बातचीत की. आयोग ने कहा कि उसने लड़की और उसके परिवार को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है. डीसीडब्ल्यू की टीम अस्पताल में लड़की के साथ है. आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर मामले में कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है. इसने गिरफ्तार किए गए आरोपियों के विवरण के साथ प्राथमिकी की एक प्रति मांगी है. गृह विभाग को भेजे अपने नोटिस में डीसीडब्ल्यू ने कहा कि देश भर में, खासकर राष्ट्रीय राजधानी में तेजाब आसानी से उपलब्ध है. उसने कहा, ‘‘डीसीडब्ल्यू ने बार-बार तेजाब की खुदरा बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है. हालांकि, आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.’’
(इनपुट- भाषा)
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