मैतेई किस धर्म को मानते हैं? वे क्या खाते हैं? कहां तक था मैतेई राजाओं का शासन, जानें
मणिपुर इस समय हिंसा की आग में धधक रहा है. यहां मैतेई और नगा कुकी समुदाय के बीच मई से हिंसा हो रही है. घर, गांव जलाए जा रहे हैं. लोगों की हत्याएं हो रही हैं. हालात काफी खराब है. इस बीच एक दो महिलाओं को कैमरे के सामने निर्वस्त्र घुमाने का वीडियो भी वायरल हुआ है जिसने हिंसाग्रस्त राज्य में तनाव और बढ़ा दिया है. हिंसा के केंद्र में मैतेई और नगा कुकी समुदाय है. मैतेई समुदाय जो एसटी का दर्जा मांग रहा है वहीं नगा कुकी समुदाय इसका विरोध कर रहा है. इसको लेकर ही हिंसा शुरू हुई थी.
नई दिल्लीः मणिपुर इस समय हिंसा की आग में धधक रहा है. यहां मैतेई और नगा कुकी समुदाय के बीच मई से हिंसा हो रही है. घर, गांव जलाए जा रहे हैं. लोगों की हत्याएं हो रही हैं. हालात काफी खराब है. इस बीच एक दो महिलाओं को कैमरे के सामने निर्वस्त्र घुमाने का वीडियो भी वायरल हुआ है जिसने हिंसाग्रस्त राज्य में तनाव और बढ़ा दिया है. हिंसा के केंद्र में मैतेई और नगा कुकी समुदाय है. मैतेई समुदाय जो एसटी का दर्जा मांग रहा है वहीं नगा कुकी समुदाय इसका विरोध कर रहा है. इसको लेकर ही हिंसा शुरू हुई थी.
मणिपुर में मैतेई समुदाय की स्थिति क्या है?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मैतेई समुदाय राज्य में बहुसंख्यक है. इसके ज्यादातर लोग इंफाल घाटी में रहते हैं. मैतेई समुदाय की आबादी 64.6 फीसदी है. मैतेई समुदाय का राजनीति में भी दबदबा है. जिस इंफाल घाटी इलाके में इनकी आबादी ज्यादा है वहां से राज्य की 39 सीटें आती हैं. ऐसे में इस समुदाय का राजनीतिक प्रभुत्व भी अच्छा खासा माना जाता है.
मैतेई समुदाय के लोग किस धर्म को मानते हैं?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मैतेई समुदाय के लोग हिंदू धर्म को मानते हैं. इन्होंने 17वीं और 18वीं शताब्दी में हिंदू धर्म अपना लिया था. इस समुदाय की बड़ी आबादी हिंदू गौडीय वैष्णव संप्रदाय को मानती है. वहीं 16 प्रतिशत मैतई मणिपुर के सानामाही धर्म को मानते हैं. ये लोग आदिवासी परंपराओं का भी पालन करते हैं.
मैतेई समुदाय के लोगों का भोजन क्या है?
मैतेई लोगों का मुख्य भोजन चावल, सब्जियां और मछली है. वे मांस का सेवन भी करते हैं, लेकिन पारंपरिक मैतेई व्यंजनों में कभी भी मांस का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. पारंपरिक और सांस्कृतिक समारोहों में मछली, घोंघे, सीप, केकड़े, ईल आदि का ही इस्तेमाल किया जाता है. ज्यादातर मैतेई मांस घर से बाहर पकाते हैं और खाते हैं.
मैतेई राजाओं का शासन कहां था?
मैतेई राजाओं का शासन म्यांमार में छिंदविन नदी से अभी के बांग्लादेश की सूरमा नदी तक के इलाकों तक था. आजादी के बाद भारत में शामिल होने के बाद इस समुदाय के लोग कुल क्षेत्र के 9 फीसदी भूभाग पर सिमट गए.
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