दिल्ली-NCR की तरह करना होगा अयोध्या का विकास! जानें क्या बोले निर्माण कमेटी के अध्यक्ष
श्रीराम मंदिर मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा का कहना है कि मंदिर खुलने के बाद क्षेत्र का विकास दिल्ली-एनसीआर की तर्ज पर करना पड़ सकता है.
नई दिल्ली. अयोध्या में राम मंदिर खुले के बाद क्षेत्र के आस-पास के इलाकों का विकास दिल्ली-NCR की तर्ज पर किया जा सकता है. यह बात श्रीराम मंदिर मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कही है. मिश्रा का कहना है कि मंदिर खुलने के बाद आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों में 'एकाएक' तेजी आएगी और ऐसी स्थिति में दिल्ली-एनसीआर की तर्ज पर विकास करना पड़ सकता है.
मिश्रा ने कहा-यहां धनराशि आएगी. लोगों को अनेक अवसर मिलेंगे और इन अवसरों के साथ-साथ आगे निवेश भी बढ़ेगा. 16 होटल बनाने के आवेदन आ चुके हैं. वहां पर एक स्मार्ट सिटी की योजना भी बनाई जा रही है. अयोध्या में परिवहन व्यवस्था सुगम बनाने के लिए भी एक मास्टर प्लान बनाया जा रहा है. अयोध्या की वर्तमान आबादी करीब सवा तीन लाख है और अनुमान है कि जनवरी से यहां पांच लाख अतिरिक्त जनसंख्या का बोझ पड़ सकता है.
राज्य सरकार को सलाह
उन्होंने कहा कि नियोजित तरीके से विस्तार के लिए राज्य सरकार को यथोचित कदम उठाने पड़ेंगे, जिनमें अयोध्या के आस-पास के जनपदों को अधिसूचित करना तथा अनियोजित निर्माण कार्यों पर रोक लगाना शामिल है.
राम से जुड़े अन्य स्थलों का भी विकास करेगा न्यास?
यह पूछे जाने पर कि क्या न्यास भगवान श्रीराम से जुड़े देश के अन्य स्थलों के विकास का बीड़ा भी उठा सकता है, इसके जवाब में मिश्रा ने कहा-यह वर्तमान में ट्रस्ट के कार्यक्रम में नहीं है. न्यास के पास बिहार और छत्तीसगढ़ से लेकर नेपाल तक के, मर्यादा पुरुषोत्तम से जुड़े स्थलों के जीर्णोद्धार की मांग लगातार आ रही है लेकिन उसने इसे स्थानीय लोगों पर ही छोड़ देने का फैसला किया है.
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