नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जीत के बाद राष्ट्रीय राजधानी के अपने पहले दौरे में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इससे पहले दिन में योगी ने उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और भाजपा महासचिव (संगठन) बी एल संतोष से भी मुलाकात की. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

योगी से मुलाकात पर पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'आज योगी आदित्यनाथ से भेंट हुई. उन्हें उत्तर प्रदेश चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत की बधाई दी. बीते 5 वर्षों में उन्होंने जन-आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अथक परिश्रम किया है. मुझे पूर्ण विश्वास है कि आने वाले वर्षों में वे राज्य को विकास की और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाएंगे.



शाह-नड्डा से भी मुलाकात के आसार
योगी आदित्यनाथ के भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करने की भी संभावना है. मुख्यमंत्री के रूप में लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने की तैयारी कर रहे आदित्यनाथ, शाह और नड्डा समेत शीर्ष पार्टी नेतृत्व के साथ वार्ता के दौरान सरकार गठन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं. 


दो दिन तक दिल्ली में ठहरने की संभावना
सूत्रों ने बताया कि आदित्यनाथ के दो दिन तक राष्ट्रीय राजधानी में ठहरने की संभावना है. भाजपा को राज्य की 403 सदस्यीय विधानसभा के लिए हाल में हुए चुनावों में 255 सीट हासिल हुई हैं और उसके दो सहयोगी दलों ने 18 सीट जीती हैं. 


राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस जीत के साथ योगी आदित्यनाथ का कद बढ़ा है, क्योंकि राज्य में भाजपा के दोबारा जीतने के प्रयासों के केंद्र में उनका नेतृत्व था.


सरकार गठन को लेकर चर्चा की अटकलें
केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात के दौरान सरकार गठन को लेकर चर्चा हो सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कन्नौज से नवनिर्वाचित सांसद और पूर्व एडीजी असीम अरुण, आगरा ग्रामीण से नवनिर्वाचित विधायक और उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य, प्रवर्तन निदेशालय के पूर्व संयुक्त निदेशक और सरोजनी नगर से नवनिर्वाचित विधायक राजेश्वर सिंह को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. 


मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी अरविंद कुमार शर्मा को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. योगी सरकार के मंत्रिमंडल में निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के साथ अपना दल के विधायकों को भी जगह मिल सकती है. दोनों सहयोगी दलों से एक से दो मंत्री बनाए जा सकते हैं.


यह भी पढ़िएः चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस ने बुलाई थी CWC की मीटिंग, राहुल गांधी को लेकर जमकर हुई नारेबाजी


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.