चाइना ऑक्युपाइड इंडियन टेरिटरी है अक्साई चिन
भारत का हिस्सा है अक्साई चिन जिसे अपना बता रहा है चीन. सबसे बुरी बात तो ये है कि इसका नाम हम ही अक्साई चीन मान कर चल रहे हैं. ये है अक्साई कश्मीर या फिर अक्साई इंडिया लेकिन ये अक्साई चीन का तो बिलकुल नहीं है..
नई दिल्ली. अक्साई चिन है भारत का वह हिस्सा जिसे चीन ने कब्जे में ले रखा है. अक्साई चिन को 1950 से ही चीन ने अपने कब्जे में कर रखा है. इसे ही संसद में गृहमन्त्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर का हिस्सा कहा था.
370 के खात्मे पर कहा था शाह ने
एक वर्ष पहले जब भारत की मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म करने की दिशा में कदम बढ़ाये थे और 2019 इस निमित्त प्रस्ताव संसद में पारित हुआ था, उस समय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ़ शब्दों में कहा था कि पीओके यानी पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर और अक्साई चीन सहित पूरा जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है.
''इसके लिए जान भी दे देंगे''
उस समय ही गृह मंत्री ने कहा था कि ''इसके लिए जान भी दे देंगे''. उन्होंने कहा था कि हर बार जब मैं मैं जम्मू-कश्मीर का उल्लेख करता तो पीओके और अक्साई चीन भी इसके अंतर्गत आता है. उन्होने कांग्रेस के शोर मचा रहे सदस्यों से कहा था कि आप क्या बात कर रहे हैं, हम इसके लिए जान भी दे देंगे!
चीन झिंजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र का हिस्सा बताता है
जम्मू-कश्मीर का पंद्रह प्रतिशत हिस्सा है अक्साई चीन अक्साई चिन जम्मू-कश्मीर का ही क्षेत्र है और इसमें जम्मू-कश्मीर का 15 फीसदी हिस्सा आता है. साठ साल पहले यहां चीन ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया था. लेकिन यह क्षेत्र मूल रूप से भारत का ही हिस्सा है. जहां एक तरफ गृह मंत्री अमित शाह संसद में अक्साई चीन को भारत का हिस्सा बताते हैं, चोर चीन इस पर अपना दावा बताता है और कहता है कि यह क्षेत्र झिंजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र का हिस्सा है.
पांच हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थिति
समुद्र तल से अक्साई चीन की ऊंचाई करीब पांच हज़ार मीटर है जिसका क्षेत्रफल 37 हजार 244 स्क्वायर मीटर है. मूल रूप से अक्साई चीन क्षेत्र एक रेगिस्तान जैसा इलाका है. चीन ने इस क्षेत्र को अपना प्रशासनिक अंग बनाने के लिए इसे शिनजियांग प्रांत के काश्गर विभाग के कार्गिलिक जिले का अंग घोषित किया हुआ है.