नई दिल्ली.  चीन को आर्थिक चोट पहुंचाने की बड़ी तैयारी में उतरा है बीएसएनएल. देश की जनता पहले ही चीन पर क्रुद्ध है और चीनी सामान के बहिष्कार के लिये दृढ़ संकल्पित दिखाई दे रही है. सुप्रसिद्ध शिक्षाविद सोनम वांगचुक ने तो दस जून से राष्ट्रीय स्तर पर चीनी उत्पादों के बहिष्कार का अभियान प्रारंभ कर दिया है. अब इस महती प्रयोजन में देश की लोकप्रिय टेलीफोन कंपनी बीएसएनएल भी अपना योगदान देने के लिये उतर आया है.


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बीएसएनएल से बाहर होंगे चीनी उपकरण


देश के सैनिक ने ही केवल देश के शत्रु से दुश्मनी लेने की कसम नहीं खा रखी है, अब देश की जनता भी देश के दुश्मन का हिसाब करेगी. देश के दुश्मन चीन का पूरा हिसाब करने के बड़े लक्ष्य के प्रति टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल ने भी अपना समर्पण दिखाया है और अब इस बीएसएनएल अपने विभाग में उपयोग में आने वाले प्रत्येक चीनी उपकरण को बेदखल करने जा रहा है.  


टेलीकॉम मन्त्रालय ने दिखाई है तत्परता


टेलीकॉम मन्त्रालय ने भी देश की जनता की भावना को समझा है और सीमा पर बलिदान हो रहे सैनिकों के प्रति सम्मान प्रदर्शित करते हुए बड़ा फैसला लिया है. चीन के लिये भी है ये चौंकाने वाली खबर कि अब टेलीकॉम मंत्रालय ने भी आर्थिक मोर्चे पर चीन को सबक सिखाने की तैयारी कर ली है.



 


बीएसएनएल को दिये निर्देश


चीन के खिलाफ देशभर में गुस्सा है और चीनी राष्ट्रपति का पुतला जलाया जा रहा है. जनभावना को सम्मान देते हुए टेलीकॉम मन्त्रालय ने तत्परता दिखाते हुए बीएसएनएल को निर्देश दे दिया है कि वह चीनी कंपनियों की उपयोगिता को कम से कम करने की दिशा में आगे बढ़ें.


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