नई दिल्ली.   केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा भारतीय नागरिकों को कोरोना संक्रमण से सावधान करते हुए ये जानकारी दी गई है. इस मुद्दे को गंभीरता से लिया गया और राष्ट्रीय टास्क फोर्स द्वारा इस पर चर्चा की गई और तब इस बारे में यह निर्णय लिया गया है. इस विषय को कोविड से संबंधित मामलों में राष्ट्रीय टास्क फोर्स में लाने का सराहनीय कदम इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के द्वारा उठाया गया है.


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अब तक तेरह लक्षण पाए गए हैं 


कोरोना संक्रमण के अब तक तेरह लक्षणों की जानकारी मिल सकी है जिनके नज़र आने पर कोरोना टेस्ट जरूरी हो जाता है. कोरोना संक्रमण के इन तेरह क्लीनिकल सिम्पटम्स अर्थात लक्षणों में बुखार, खांसी, दस्त, उल्टी, पेट में दर्द, सांस फूलना, नौसिया, रक्तगुल्म, शरीर में दर्द, गले में खराश, सीने में दर्द, नाक से पानी निकलने को शामिल किया गया है.


अब ये दो नए लक्षण भी जोड़े गए हैं 


 कोरोना संक्रमण की जानकारी देने वाले उपरोक्त तेरह लक्षणों में अब इन दोनों नए लक्षणों को भी सम्मिलित कर लिया गया है. दूसरे शब्दों में कहें तो अब गंध और स्वाद की क्षमता में कमी आ जाने को भी कोरोना संक्रमण का लक्षण  माना गया है.  अब हो गए कुल पंद्रह कोरोना लक्षणों में से एक या अधिक लक्षणों वाले किसी भी रोगी को टेस्ट की अनुमति दी जाती है. 


दिमाग के कुछ संकेतों में बदलाव करता है कोरोना  


कोरोना वायरस जब संक्रमण पैदा कर देता है तो रोगी के दिमाग से शरीर को प्रेषित किये जाने वाले संकेतों में कुछ बदलाव भी कर देता जिससे रोगी की स्वाद लेने और सूंघने की शक्ति में असर दिखाई देने लगता है और इन दोनों क्षमताओं में कुछ कमी नज़र आने लग जाती है.