नई दिल्ली.   साफ़ कह दिया है सीडीएस बिपिन रावत ने. एक संसदीय समिति से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि भारत की सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा तैनात है और लंबे समय तक वह चीन का मुक़ाबला करने के लिए सन्नद्ध है. भारत के जवान सर्दियों के दौरान भी पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में तैनाती के लिए तैयार हैं. 


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संसद की लोक लेखा समिति से कहा रावत ने  


मीडिया सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सीडीएस और शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने संसद की लोक लेखा समिति से बात करते हुए वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की आक्रामकता के बारे में बताया कि चीन के सैनिक अपने नियमित सैनिक अभ्यास की आड़ में भारत की सीमा पर निर्माण कार्य को अंजाम दे रहे थे. इतना ही नहीं शिनजियांग क्षेत्र में तैनात चीनी सैनिक भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश भी कर रहे थे. 


चालीस हजार सैनिक तैनात किये थे चीन ने 


वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के लगभग चालीस सैनिक तैनात किये गए थे. भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध को खत्म करने को लेकर हुई कई दौर की बातचीत में चीन के सैनिक पीछे तो हटे हैं किन्तु पूरी तरह से नहीं. इसके अतिरिक्त चीन की ये भी कोशिश है कि इस गतिरोध लंबा खींचा जाए ताकि भारत पर दबाव बनाया जा सके. सीडीएस के अनुसार फिलहाल स्थिति सामान्य होने में समय लग सकता है. 



 


भारत हर चीनी कोशिश को देगा टक्कर 


बिपिन रावत ने पूरी दृढ़ता से बताया कि भारत की सेना किसी भी गलतफहमी में नहीं है और वह चीन के हर दुस्साहस का पूरा जवाब देने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच तनाव कम होने में कितना भी समय लग जाए, हम हर स्थिति का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं और हमने इसके लिए लद्दाख में ज़रूरी व्यवस्था भी कर ली है.


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