नई दिल्ली: कोरोना वायरस के खिलाफ जंग तो पूरी दुनिया लड़ रही है. लेकिन, उन महिला लीडर्स की कहानी बताते हैं, जिन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता और प्लानिंग के दम पर अपने देश में कोरोना को हराने में कामयाबी पाई.


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'नारी शक्ति' से हारा कोरोना


1. Jacinda Ardern, पीएम, न्यूजीलैंड


  • Jacinda ने 19 मार्च को न्यूजीलैंड की सीमाएं बंद कीं

  • 23 मार्च को 4 हफ्ते के लिए लॉकडाउन किया

  • न्यूजीलैंड में 1400 से कम संक्रमण, 9 की मौत



पहले नंबर पर न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री Jacinda Ardern आती हैं. Jacinda Ardern ने 19 मार्च को ही न्यूजीलैंड की सीमाएं बंद कर दीं और 23 मार्च को चार हफ्ते के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया. लोगों के घरों से बाहर निकलने पर कड़े नियमों के साथ पाबंदी लगाई और आज न्यूजीलैंड में संक्रमण के 1400 से कम मामले हैं और मौतें सिर्फ 9 हुई हैं.


2. एंजेला मर्केल, चांसलर, जर्मनी


  • जर्मनी में संक्रमण के 1,32,000 मामले

  • दूसरे यूरोपीय देशों से कम मृतकों का आंकड़ा

  • जर्मनी में पूरे यूरोप में सबसे ज़्यादा ICU बेड

  • जर्मनी में सबसे बड़ा कोरोना टेस्टिंग प्रोग्राम



दूसरे नंबर पर जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल आती हैं. जर्मनी में इन्फेक्शन के 1,32,000 मामले सामने आए लेकिन मृतकों का आंकड़ा दूसरे यूरोपीय देशों की तुलना में काफी कम रहा. इसके लिए एंजेला मर्केल को श्रेय दिया जाना चाहिए. क्योंकि जर्मनी में पूरे यूरोप में सबसे ज्यादा इंटेंसिव केयर बेड्स हैं और सबसे बड़ा कोरोना वायरस टेस्टिंग प्रोग्राम भी यहीं चल रहा है.


3. सैना मारिन, पीएम, फिनलैंड


  • फिनलैंड में बड़े स्तर पर टेस्टिंग प्रोग्राम चलाया

  • 55 लाख की आबादी वाले देश में 64 मौतें

  • संक्रमित लोगों की संख्या भी 3300 से कम



तीसरे नंबर फिनलैंड की प्राइम मिनिस्टर सैना मारिन आती हैं. सबसे कम उम्र की नेता, फिनलैंड में उन्होंने बड़े स्तर पर टेस्टिंग प्रोग्राम चलाया और आज 55 लाख की आबादी वाले इस देश में संक्रमण से सिर्फ 64 मौते हुई हैं, संक्रमित लोगों की संख्या भी 3300 से कम है.


4. साई इंग-वेन, राष्ट्रपति, ताइवान


  • इंसान से इंसान में संक्रमित होने की बात बताई

  • वुहान से आने वाले विमानों की जांच का आदेश

  • ताइवान में एक एपिडेमिक कमांड सेंटर खोला

  • ताइवान में PPE के उत्पादन को बढ़ाया

  • इन फैसलों से ताइवान में कोरोना पर काबू



चौथे नंबर पर ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन हैं. ताइवान ने ही सबसे पहले बताया था कि ये वायरस इंसान से इंसान में संक्रमित होता है. यहां की राष्ट्रपति ने सबसे पहले वुहान से आने वाले सारे विमानों की जांच का आदेश दिया था.


एक एपिडेमिक कमांड सेंटर खोला. पर्सनल प्रोटेक्शन एक्विपमेंट के उत्पादन को बढ़ाया. इन कदमों की वजह से चीन के इस पड़ोसी देश में कोरोना पर काबू है.


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ये चारो महिला लीडर्स पूरी दुनिया के लिए इस कोरोना काल में किसी मिसाल से तक नहीं है. ऐसे में यदि कोरोना वायरस को हराना है तो सख्त कदम उठाने के साथ-साथ उसका पालन भी करना होगा.


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