अस्पताल की खिड़की से कूदकर आत्महत्या करना चाहता था कोरोना मरीज, डॉक्टरों ने बचाया
दरअसल, मरीज दूसरी मंजिल के खिड़की से सीढ़ियों से कूदने वाला ही था कि सुरक्षाकर्मी और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों की उस पर नजर पड़ गई. जिसके बाद ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर पीपीई किट में मरीज के पास पहुंच गए और मरीज को पकड़ लिया.
जबलपुर: पूरी दुनिया लगातार कोरोना की मार झेलने को मजबूर है, हिन्दुस्तान में भी कोरोना वायरस के तांडव से हर तरफ त्राहिमाम मचा हुआ है. लोगों की परेशानी की ढेर सारी कहानी सामने आ रही है. इस बीच मध्य प्रदेश के जबलपुर में अजीबो-गरीब वाकया देखा गया. जहां, कोरोना पीड़ित ने खुद की जान लेने की कोशिश की.
मरीज ने सुसाइड की कोशिश की, डॉक्टरों ने बचाया
कोरोना काल में इस वायरस के प्रकोप के चलते हर कोई तकलीफ में जीने को मजबूर हो गया है. अपनी जान जोखिम में डालकर डॉक्टर लगातार मरीजों को कोरोना के जंजाल से निकालने का प्रयास कर रहे हैं, इस बुरे वक्त में वो इलाज कर रहे हैं. साथ ही वो सुसाइड करने वाले मरीजों की जान भी बचा रहे हैं.
जी हां, एक ऐसा ही वाकया जबलपुर मेडिकल अस्पताल के कोविड-19 सुपर स्पेशियलटी वार्ड में देखा गया. जहां एक मरीज अचानक से अस्पताल की दूसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश कर रहा था कि इतने में ही डॉक्टरों और सुरक्षाकर्मियों ने उसे बचा लिया.
मरीज कूदने ही वाला था कि डॉक्टरों ने पकड़ लिया
आपको पूरा माजरा समझाते हैं. दरअसल, एक कोरोना पीड़ित मरीज अस्पताल की दूसरी मंजिल के खिड़की से कूदने ही वाला था कि अचानक से सुरक्षाकर्मी और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों की नजर उस पर पड़ गई. जिसके बाद ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर पीपीई किट में भागते हुए मरीज के पास पहुंचे और मरीज को पकड़ लिया.
देखते ही देखते एक जान जाते-जाते बच गई, हालांकि फिर भी मरीज नहीं मान रहा था. इसके बाद उसको काफी समझाया गया, तब जाकर वह माना. जानकारी के मुताबिक ये बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस के प्रकोप से मरीज बुरी तरह डरा हुआ था, जिसकी वजह से वो आत्महत्या करने की कोशिश करने लगा, लेकिन एक बार फिर डॉक्टर ने धरती का भगवान होने का फर्ज निभाया.
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यहां आपको ये भी जानना चाहिए कि बीते रविवार को ही एक 60 वर्षीय कोरोना संक्रमित मरीज इसी अस्पताल की तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या की कोशिश कर रहा था, जिस वक्त भी एक डॉक्टर की उस पर नजर पड़ गई थी. उसकी भी जान समय रहते हुए डॉक्टरों ने बचा ली थी.
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