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नई दिल्ली. अगर इस घटना को एक मानदंड माना जाए तो कोरोना ने एक सच खुल कर कह दिया है - जान से बढ़ कर कुछ नहीं होता. भारत में विवाह के अवसर पर पति-पत्नी सात फेरे लेते हुए एक दूसरे के साथ जीने मरने की सात कसमें खाते हैं. उन कसमों में एक ये भी होती है कि मुसीबत में साथ निभाएंगे, छोड़ के नहीं भाग जाएंगे. पर कोरोना ने अब शादी के फेरे उलटे कर दिए हैं.



 


बंगलुरु की है ये घटना 


जहां एक तरफ कोरोना का आतंक इतना है कि लोगों के लिए ये शब्द मौत का पर्याय बन गया है, लोग बजाये इसके कि सावधान हों और अपने परिजनों के साथ डट कर खड़े रहें, कोरोना का नाम सुन कर सर पर पाँव रख कर भाग रहे हैं. बंगलुरु में जब एक नवविवाहित जोड़ा हनीमून मना कर भारत लौटा तो अचानक पति में कोरोना के लक्षण दिखने लगे. पति को कोरोना हुआ है, ये सुनते ही उसकी पत्नी पति को छोड़ कर भाग निकली और मायके आ गई.


इटली से आया था जोड़ा 


हैरानी की बात है कि कोरोना को दुनिया में फैले हुए ढाई महीने हो गए हैं और चीन के बाद सबसे ज्यादा इस वायरस का संक्रमण इटली में फैला है. ऐसी हालत में भी ये जोड़ा इटली में हनीमून मनाने चला गया -ये दूसरी गलती थी उनकी. पहली गलती तो शायद ये थी कि ये जोड़ गलत मिला दिया था शादी कराने वालों ने. शादी में एक दूजे का जनम जिंदगी ही नहीं सात जन्म साथ निभाने की कसमें एक वायरस ने झूठी कर दीं.  



 


आइसोलेशन कैम्प में रहे थे दोनों 


यह जोड़ा जब इटली से हनीमून मनाकर वापस आया तो डॉक्टर्स ने पति में कोरोना वायरस के लक्षण पाए और ये सुनते ही पत्नी सर पर पाँव रख कर भाग ली और उसने आगरा जा कर ही दम ली. आगरा उसका मायका था. दरअसल वापस आने पर मेडिकल जांच में महिला के पति के कोरोना टेस्ट में जब रिपोर्ट पॉजिटिव आई तब डॉक्टरों ने पति के साथ ही पत्नी को भी आइसोलेशन वार्ड में रखा था.


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