गयाः लौंगी भुइयां की मेहनत रंग लाई है. नहर बनने के बाद वह दूसरे दशरथ माझी के तौर पर पहचाने जा रहे हैं.  उनकी कहानी जब सामने आई तो सभी ने खुले कंठ से इस अथाह परिश्रम की प्रशंसा की और एक बार सोशल मीडिया पर हमेशा नजर बनाए रखने वाले आनंद महिंद्रा ने अपनी दरियादिली का परिचय दिया. उन्होंने 70 साल के लौंगी भुइयां को ट्रैक्टर भेंट किया है और ऐसा कर पाने को अपना सौभाग्य बताया है. 


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अवार्ड के बजाय मांगा था ट्रैक्टर
30 साल के अथक परिश्रम के बाद जब गांव में 3 किमी लंबी नहर पहुंची तो इसी के साथ लौंगी भुइयां की पहुंच भी देश के तमाम कोने-कोने में हो गई. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा था, मुझे पहले भी कुछ नहीं चाहिए था, अब भी नहीं चाहिए.



इस काम के लिए अवार्ड नहीं चाहिए, एक ट्रैक्टर मिल जाए तो ठीक ताकि हम खेती कर सकें. 


आनंद महिंद्रा ने ट्वीट करके दी जानकारी
गया के बांके बाजार प्रखंड के रहने वाले कोटवा गांव के लौंगी भुंया को आनंद महिंद्रा ने ट्रैक्टर देने के लिए शनिवार की सुबह ऐलान किया था. 5 किलोमीटर जंगल में नहर बना डाला था उनके काम को महिंद्रा ट्रैक्टर कंपनी के द्वारा सराहा गया.



इस मौके पर लौंगी भुइयां ने बताया कि मेरा सपना था कि जो पानी बहकर नदी में चला जाता है वह पानी हमारे गांव के खेतों में जाए इसी को लेकर दिन रात मेहनत कर हमने 5 किलोमीटर लंबी नहर बनाया था. ट्रैक्टर देने के बारे में आनंद महिंद्रा ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी.


शनिवार को मिला ट्रैक्टर
लौंगी को किए गए वादे के अनुसार शनिवार शाम को महिंद्रा ट्रैक्टर्स के क्षेत्रीय अधिकृत डीलर की तरफ से लौंगी भूइया को एक महिंद्रा ट्रैक्टर भेंट किया गया.



इस अवसर पर महिंद्रा के स्टेट हेड आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि लौंगी भूइया जैसे कर्मयोद्धा अब महिंद्रा ट्रैक्टर का इस्तेमाल कर अपने बचे हुए कार्य को पूरा करेंगे.


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