राम मंदिर के साथ अयोध्या में मस्जिद भी बनेगी, प्रतीक चिन्ह जारी
अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण के साथ साथ मस्जिद बनाने की भी तैयारी चल रही है. इसके लिए लोगो(प्रतीक चिन्ह) जारी कर दिया गया है.
अयोध्या: जहां भगवान राम के जन्मस्थान पर भव्य मंदिर(Ram Mandir) बनाने की तैयारी चल रही है, वहीं अयोध्या में मस्जिद भी तैयार होगी. इसके लिए धन्नीपुर गांव में तैयारियां शुरु हो गई हैं. मस्जिद निर्माण के ट्रस्ट इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (Indo Islamic cultural Foundation)ने मस्जिद का लोगो भी जारी कर दिया है.
मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ जमीन दी गई है. यहां मस्जिद के अलावा धर्मशाला, अस्पताल जैसी की नागरिक सुविधाएं तैयार की जाएंगी. जिस स्थान पर मस्जिद(Ayodhya maszid) का निर्माण किया जाना है. ट्रस्ट के अधिकारियों ने उस स्थान का दौरा भी किया है.
यहां पर मेड़बंदी का काम शुरु कर दिया गया है. रविवार 23 अगस्त को जमीन की पैमाइश की गई है. अगले 3 महीनों में मस्जिद निर्माण का काम शुरु हो जाएगा.
मस्जिद निर्माण ट्रस्ट में 15 सीटें
मस्जिद निर्माण ट्रस्ट में 15 सीटें रखी गई हैं. जिसमें से 9 लोगों को नामित किया जा चुका है. जबकि 6 नामों पर अभी विचार किया जा रहा है. इस ट्रस्ट का गठन सुन्नी वक्फ बोर्ड की तरफ से किया गया है.
मस्जिद निर्माण के लिए 2 नए बैंक खाते भी खोले जा रहे हैं. जिसमें मस्जिद के लिए चंदा जुटाया जाएगा. इसमें से एक खाते के पैसे से मस्जिद बनाई जाएगी. जबकि दूसरे खाते के पैसों से मस्जिद के आस पास की नागरिक सुविधाएं जैसे अस्पताल, स्कूल और सामुदायिक रसोईघर का निर्माण किया जाएगा.
यह साफ कर दिया गया है कि धन्नीपुर गांव में बनने वाली मस्जिद का नाम बाबर के नाम पर कतई नहीं होगा. पहले मस्जिद के नामकरण के लिए में अमन मस्जिद और सूफी मस्जिद जैसे नामों पर विचार किया गया था. लेकिन बाद में तय किया गया कि इस मस्जिद का नाम धन्नीपुर मस्जिद ही रखा जाएगा.
मस्जिद का लोगो भी है खास
मस्जिद निर्माण का लोगो अष्टकोणीय सितारे की तरह है. इस लोगो को जारी किए जाने के मौके पर ट्रस्ट के अधिकारियों ने बताया कि मस्जिद के निर्माण कार्य, व्यवस्था या अन्य आधिकारिक कार्यों के लिए इस लोगो का इस्तेमाल किया जाएगा.
मस्जिद ट्रस्ट के सचिव ने बताया कि जारी किया गया लोगो इस्लामी प्रतीक रब-अल-हिज्ब का प्रतिरुप है.
यह हिन्दुस्तानी-इस्लामी वास्तुशिल्प का प्रतीक चिन्ह है. यह लोगो दिल्ली के हुमायूं के मकबरे से मिलता जुलता है. जिसमें मेहराबें, छतरिया, खम्भे राजस्थानी वास्तुकला की पहचान हैं.
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