पहाड़ पर टूटा बारिश का कहर, हिमाचल में भूस्खलन से भारी नुकसान
कुल्लू में भूस्खलन और पत्थर गिर गया. ऐसे में करीब 10 से अधिक मार्ग बंद करने पड़े. इससे आवागमन ठप हुआ और सप्लाई चेन में बाधा आई. यहां सब्जी से लदीं गाड़ियों समेत करीब 100 वाहन फंसे रहे.
शिमलाः देशभर में मॉनसूनी बादल जमकर बरस रहे हैं. इस बीच कई मैदानी इलाके बारिश के कारण बाढ़ से भी जूझ रहे हैं. महाराष्ट्र में भारी तबाही होने के साथ ही पूर्वोत्तर के राज्यों को बाढ़ का सामना कर रहा है. बिहार और आसाम में बुरी स्थिति है. लेकिन बारिश के कारण उत्तराखंड भी कम नहीं भीग रहा है. यहां भी लोगों को आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है.
सेब के बगीचे बहे
जानकारी के मुताबिक, हिमाचल में शनिवार देर रात हुई मूसलाधार बारिश से कई क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है. किन्नौर जिले में सांगला के नजदीक खरोगला नाले का जलस्तर बढ़ने से बटसेरी पंचायत में 17 लोगों के सेब बगीचे तबाह हो गए हैं. गांव में चारों तरफ मलबा भरने से राजमा, आलू, मटर आदि नकदी फसलें भी पूरी तरह बरबाद हो गई हैं
100 अधिक वाहन फंसे
इस दौरान यहां कुछ लोग फंस गए, जिन्हें पुलिस की मदद से निकाल लिया गया. उधर कुल्लू में भूस्खलन और पत्थर गिर गया. ऐसे में करीब 10 से अधिक मार्ग बंद करने पड़े. इससे आवागमन ठप हुआ और सप्लाई चेन में बाधा आई. यहां सब्जी से लदीं गाड़ियों समेत करीब 100 वाहन फंसे रहे. दूसरी तरफ उत्तरराखंड में पिथौरागढ़ में भूस्खलन हो गया.
येलो अलर्ट जारी
धर्मशाला में गैस एजेंसी के ऑफिस पेड़ गिर गया. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सोमवार को प्रदेश के अधिकांश जिलों के लिए भारी बारिश और अंधड़ का ऑरेंज, येलो अलर्ट जारी किया है. सोमवार को जनजातीय जिला लाहौल स्पीति, किन्नौर, चंबा, मंडी और कुल्लू में ऑरेंज जबकि प्रदेश के अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
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