नई दिल्ली. भारत सीमा पर भी चीन के दांत खट्टे करने को तैयार है सीमा पार दुनिया भर में भी चीन की धोखेबाजी के खिलाफ आक्रामक कूटनीति के सहारे आगे बढ़ेगा. और इसके साथ ही भारत का ज़रूरत पड़ने पर प्लान बी भी रेडी है जो भारत के दुश्मन को हैरान भी करेगा और परेशान भी.


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प्लान बी पड़ेगा चीन को भारी


भारत ने अब कोई गलती करने को तैयार नहीं है इसलिए उसने चीन की धोखेबाजी के बाद कई स्तरों पर आक्रामक कूटनीतिक प्लान तैयार किया है. भारत का रेडी प्लान बी ताइवान से अपने सांस्कृतिक संबंध बेहतर करेगा और साथ ही समानांतर तौर पर ताइवान के लोगों से संपर्क के स्तर पर सहयोग बढ़ायेगा. गैर सरकारी स्तर पर चलने वाली इस मुहिम को सरकार का पूरा समर्थन रहेगा. इतना ही नहीं जो जो देश चीन के खिलाफ ताइवान को समर्थन देंगे, भारत उनके साथ खड़ा होगा. दुनिया के अलग अलग बड़े मंचों पर भारत चीन को बेनकाब करने का अभियान भी चलाएगा.


प्लान बी का तात्पर्य 


प्लान बी दरअसल प्लान ए के समानांतर तैयार किया गया है. प्लान ए सीधे सीधे चलने का प्लान है किन्तु चीन की धोखेबाज़ी और बदतमीजी की आने वाली किसी भी स्थिति में चीन को जवाब देने के लिए तैयार किया गया है प्लान बी. यदि चीन तय समझौते के मुताबिक नहीं चलता है, तो भारत कई स्तरों पर उसकी घेराबंदी तेज करेगा और यही होगा प्लान बी. 


कूटनीतिक स्तर पर कूटा जाएगा चीन को 


प्लान बी का एक हिस्सा कूटनीतिक स्तर पर चीन की कुटाई का है. चीन के खिलाफ भारत कूटनीतिक स्तर पर अलग अलग विकल्प तलाश रहा है. कूटनीतिक स्तर पर वार्तायें तो की ही जाएंगी इनके साथ ही उन सभी तरीको को आजमाया जाएगा जो कि चीन को घेरने में मदद करेंगे. आने वाले दिनों में भारत ताइवान के मामले में अमेरिकी नीति को पूर्ण समर्थन देने जा रहा है, ये भी अब तय है. 


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