नई दिल्ली. ये संदेश अमेरिका के लिए नहीं चीन के लिए है. चीन के नए वैश्विक मित्र रूस ने चीन के शत्रु भारत के प्रति अपनी सशक्त मैत्री का एक नया प्रमाण प्रस्तुत किया है.  रूस ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए वह भारत का समर्थन करता है. 


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''भारत मजबूत दावेदार है''


रूस ने न केवल भारत के प्रति अपनी सशक्त मैत्री का इजहार करते हुए उसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए अपना समर्थन दे दिया है, बल्कि साथ ही इस दावे को सशक्त बताते हुए कहा कि भारत सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य बनने के लिए एक मजबूत दावेदार है. रूस के विदेश मंत्री ने इस बारे में बाकायदा वक्तव्य दे कर भारत-रूस मैत्री को फिर एक बार जगजाहिर कर दिया है. 


राजनाथ सिंह हैं रूस के दौरे पर


भारत के समर्थन में रूस का यह बयान तब आया है जब एक तरफ भारत का चीन के साथ गंभीर सैन्य गतिरोध चल रहा है, दूसरी तरफ भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस के तीन दिवसीय दौरे पर गए हुए हैं. राजनाथ सिंह रूस में विक्ट्री डे परेड में शामिल होने के लिए मास्को  पहुंचे हुए हैं. 


सीमा विवाद पर भी बोला रूस 


हालांकि रूस ने भारत के समर्थन में अपनी आवाज़ ऊंची की है किन्तु समानांतर रूप से एक और वक्तव्य दे कर चीन को ये भरोसा भी दे दिया है कि भारत-चीन विवाद में वह तटस्थ रहेगा. इस बयान में रूस ने अमेरिका को लेकर भी भारत को एक बड़ा संदेश दिया और कहा कि भारत और चीन दोनों देश आपस में अपना विवाद सुलझा लेंगे और इन दोनों को ही किसी अन्य देश की मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं है.


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