नई दिल्ली. अमेरिका चीन से इस कदर चिढ़ा बैठा है कि अब वह ढूंढ ढूंढ कर चीन को क्षति पहुँचाने के मौके और वजहें इस्तेमाल कर रहा है. अब उसने चीन के चार बड़े मीडिया प्रतिष्ठानों को अपने गुस्से का निशाना बनाया है. अमेरिका ने इन मीडिया संस्थानों को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का मुखपत्र करार देते हुए उन्हें विदेशी मिशन का दर्जा दे दिया है.
ट्रम्प प्रशासन ने जारी किया बयान
ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में कार्यरत चीनी मीडिया के चार बड़े संस्थानों को अपने गुस्से का निशाना बनाया है और इससे संबंधित बयान जारी करते हुए इन संस्थानों को अनिवार्य रूप से चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र करार दिया है. ट्रम्प प्रशासन का कहना है कि चीन इन मीडिया संस्थानों का इस्तेमा उपयोग दुष्प्रचार के लिए कर रहा है.
ये हैं वे चार मीडिया संस्थान
अमेरिका ने चीन के जिन चार मीडिया संस्थानों को विदेशी मिशन का दर्जा दिया है वे हैं चाइना सेंट्रल टेलीविजन, चाइना न्यूज सर्विस, द पीपुल्स डेली और द ग्लोबल टाइम्स. ट्रम्प सरकार ने इन चारों को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के समर्पित मुखपत्र करार देते हुए इन पर चीन की सरकार के दुष्प्रचार का माध्यम बनने का आरोप लगाया है. प्रशासन का कहना है कि दुष्प्रचार करने वाले मीडिया संस्थान सामान्य विदेश मीडिया की श्रेणी में नहीं आते बल्कि इन्हें विदेशी मिशन कहना ही उपयुक्त होगा.
अब और बढ़ सकती है तनातनी
चीनी मीडिया के खिलाफ अमेरिका द्वारा उठाया गया यह कदम दोनों देशों के बीच तनातनी और भी बढ़ा सकता है. कोरोना कॉन्सप्रेसी का मुजरिम चीन लगातार अमेरिका के शब्द-बाणों के निशाने पर रहा है लेकिन हैरानी की बात है कि न चीन ने अपनी सफाई में कुछ कहा है न ही अमेरिका को कोई धमकी दी है.
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