उन्नावः संत शोभन सरकार की मृत्यु के बाद एक बार फिर गड़े धन का जिन्न जाग उठा है. दरअसल साल 2013 में शोभन सरकार उन्नाव जिले के गांव डौंडियाखेड़ा में गड़े खजाने की भविष्यवाणी करके चर्चा में आए थे. उनकी मृत्यु के लगभग तीन महीने बाद उसी डौंडियाखेड़ा से कुछ दूर एक गांव पुराने चांदी के सिक्के बरामद हुए हैं. 


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सिक्के लेकर भागे मजदूर 
जानकारी के मुताबिक, शोभन सरकार के गांव डौंडियाखेड़ा से कुछ दूरी पर एक गांव में खुदाई के दौरान एक मटकी में चांदी और तांबे के कई सिक्के मिले हैं. यह देखकर खुदाई कर रहे मनरेगा मजदूरों के बीच छीना-झपटी मच गई. कुछ मजदूर मौके से सिक्के लेकर भाग निकले.



सूचना पर पहुंची पुलिस ने कुछ सिक्के बरामद कर कोषागार में जमा करा दिया है.  एसडीएम सफीपुर राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि चांदी के कुल 17 व तांबे के 287 सिक्के मिले हैं. पुलिस ने बरामद सिक्कों को सफीपुर तहसील के कोषागार में जमा कर दिया है. 


नींव खुदाई में मिले सिक्के
यह पूरा मामला एक पंचायत भवन की नींव खोदे जाते समय सामने आ गया. यहां के आसीवन थाना क्षेत्र के कन्हऊ गांव में पंचायत भवन के लिए नींव खोदी जा रही थी. खुदाई में गांव के मनरेगा मजदूर लगे थे. खुदाई के दौरान मजदूरों को मिट्टी की एक मटकी मिली, जिसमें चांदी और पीली धातु के सिक्के भरे थे. यह देख मजदूरों में छीनाझपटी मच गई. 


1910 अंकित है सिक्कों पर 
जिस मजदूर के हाथ जितने सिक्के आए वह उन्हे लेकर भाग निकले. इसी बीच गांव के किसी व्यक्ति ने सिक्के मिलने की सूचना आसीवन थाना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस ने मजदूरों के घरों में छापा मारा और उन्हें पकड़कर सिक्के बरामद किए. जेल जाने के डर से मजदूरों ने सिक्के पुलिस को सौंप दिए.



एक रुपये के चांदी के सिक्कों पर सन् 1910 अंकित है. सिक्कों पर किंग ऑफ इम्परर ईडीडब्लू दर्ज है. पुलिस ने बरामद सभी सिक्कों को तहसील सफीपुर के कोषागार में जमा करा दिया. 


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