नई दिल्ली: भारत (India) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज 17 दिसंबर से एडिलेड के मैदान पर होने जा रहा है. ये मुकाबला दुधिया रोशनी में खेला जाना है और ऐसे में दोनों ही टीमें जी तोड़ मेहनत कर रही हैं और अभ्यास मुकाबले में अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane), ऋिषभ पंत (Rishabh Pant) और हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) के शानदार शतकों के साथ ही पुजारा, मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) के अर्द्धशतक ने भारत की बल्लेबाजी की टेंशन को थोड़ा कम जरूर किया होगा. वहीं ऑस्ट्रेलिया की टीम को अपने घर में खेलने का भी लाभ मिलता नजर आ रहा है.


भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी समस्या


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भारत (India) के लिहाज से इस सीरीज में कमजोर कड़ी क्या हो सकती है उस पर अगर नजर डालें तो भारतीय टीम (Indian Team) के लिए इस सीरीज में सबसे बड़ी समस्या उसकी बल्लेबाजी क्रम को लेकर होने वाली है. भारत की तरफ से जहां रोहित की चोट चिंता का कारण बनी रही और वो पहले दोनों टेस्ट में मौजूद नहीं हैं वहीं पहले टेस्ट के बाद विराट भी घर वापसी कर लेंगे और तब भारत के लिए मिडिल ऑर्डर को संभाल पाना थोड़ा और भी मुश्किल होगा, ये बात भी तय है.



ओपनर्स के तौर पर जहां भारत के लिए मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) और पृथ्वि शॉ (Prithvi Shaw) नजर आ सकते हैं, वहीं चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) अपने नियमीत बल्लेबाजी क्रम नंबर तीन पर  बैटिंग करते नजर आएंगे लेकिन विराट की गैर मौजूदगी में सबसे बड़ी अग्नीपरिक्षा मध्यक्रम के बल्लेबाजों के लिए होनी है. ऐसे में वो कौन से खिलाड़ी होंगे जो मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी की समस्या को दूर कर सकते हैं.


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अजिंक्य रहाणे पर टिकी हैं निगाहें!


अगर आंकड़ों पर निगाहें डालें तो भारतीय टीम के लिए दूसरे टेस्ट में नंबर चार पर, कप्तान विराट (Virat Kohli) की जगह कप्तानी करने वाले अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) से बेहतर बल्लेबाज कोई और नजर नहीं आता और आंकड़े भी इसी बात की गवाही दे रहे हैं, हालांकि नंबर चार अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने अपने करियर में सिर्फ पांच पारियां हीं खेली हैं जहां उनका औसत 70 का रहा है और ऐसे में विराट की जगह कप्तानी के साथ-साथ उनके बैटिंग पोजिशन पर अजिंक्य को बल्लेबाजी करते हुए देखना भारत के लिए अच्छा हो सकता है.



अगर रहाणे नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हैं तो भारतीय टीम के लिए मिडिल ऑर्डर में बाकि बल्लेबाजी क्रम सेटल होता नजर आ सकता है और तब नंबर 5 पर भारत के लिए के एल राहुल एक अच्छे विकल्प हो सकते हैं.
हालांकि के एल राहुल (KL Rahul) ने भी अपने करियर में भी सबसे ज्यादा बल्लेबाजी बतौर सलामी बल्लेबाज ही की है जहां उनका औसत 18 पारियों में बैटिंग करने के दौरान 50 के उपर रही है, जबकि उनका सबसे बेहतर औसत नंबर पांच पर आया है. जहां उन्होंने 8 पारियों में लगभग 55 के करियर बेस्ट औसत के साथ बल्लेबाजी की है.



रोहित शर्मा भारत के लिए तारणहार?


इस टेस्ट सीरीज में भारत के लिए उनसे बेहतर विकल्प शायद ही कोई और बल्लेबाज नंबर 5 पर नजर आए. मिडिल ऑर्डर में नंबर 4 और नंबर 5 की समस्या खत्म होते ही भारत के लिए नंबर 6 पर सबसे बेहतर बल्लेबाज के रूप में रोहित शर्मा भारत के लिए तीसरे और चौथे टेस्ट मैच में तारणहार साबित हो सकते हैं.


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रोहित शर्मा के नंबर 6 पर बल्लेबाजी आंकड़े पर गौर करें तो उनका प्रदर्शन इस नंबर पर शानदार रहा है उन्होंने छठे नंबर पर बैटिंग करते हुए 25 पारियों में लगभग 55 की औसत से 3 शतक और 6 अर्द्धशतक की बदौलत  1000 से ज्यादा रन बनाए हैं. इसके साथ ही रोहित शर्मा (Rohit Sharma) टेलेंडर्स के साथ भी बल्लेबाजी करने का माद्दा रखते हैं जो कि भारत के लिए इस सीरीज में बेहतर साबित हो सकता है.



लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या भारतीय टीम विराट की अगुवाई में पिंक बॉल टेस्ट यानी डे-नाईट टेस्ट मैच (Day Night Test Match) में बेहतर परफॉर्म कर पाएगी क्योंकि एशियाई उप महाद्वीप के बाहर भारत का ये पहला डे-नाइट टेस्ट मैच होने वाला है. वहीं ऑस्ट्रेलिया (Australia) की टीम को ना सिर्फ अपने घर में खेलने का फायदा मिलेगा बल्कि उनकी टीम को इंडियन टीम से ज्यादा डे-नाइट टेस्ट मैच (Day Night Test Match) मे बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने का भी अनुभव हासिल है. जबकि भारत ने अभी तक सिर्फ बांग्लादेश के खिलाफ ही अपना एकमात्र डे-नाइट टेस्ट मैच खेला है और वो भी अपने घर में..


ऐसे में टीम इंडिया को अभी पिंक बॉल से अपने घर के बाहर साबित करने की आवश्यकता है और अगर भारत ने अपने ओपनर्स सस्ते में गंवा दिये तो फिर भारतीय पारी को संभालने की पूरी जिम्मेवारी मध्यक्रम के बल्लेबाजों पर होगी. और उनकी भूमिका तब और ज्यादा अहम हो जाती है जब कप्तान विराट कोहली पहले टेस्ट मैच के बाद टीम के साथ उपलब्ध नहीं रहेंगे. आखिर में अगर ये कहा जाए कि ऑस्ट्रेलिया में भारत के जीत की चाबी मध्यक्रम के बल्लेबाजों के पास है तो शायद ये गलत नहीं होगा.


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