पेड़ों की 3 सबसे अजीब प्रजातियां, एक को तो छूने भर से जल जाता है शरीर
पेड़-पौधे लंबे समय से इस धरती में हैं. इनकी कई प्रजातियां होती हैं. माना जाता है कि धरती में 3 लाख करोड़ पेड़ हैं, जिनमें से अबतक 73 हजार प्रजातियों को पहचाना गया है. इनमें से कुछ पेड़ इंसानों के लिए बेहद खतरनाक भी साबित हो सकते हैं.
Manchineel
मैंचिनील पेड़: मैंचिनील पेड़ स्पर्ज परिवार का सदस्य है. ये प्रजाति दुनिया के सबसे खतरनाक पेड़ों में से एक है. मैंचिनल का दूधिया रस इसके तने या शाखाओं से टपकता है. इसमें मौजूद तत्व त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं. स्किन के संपर्क में आते ही ये रस छाले और जलन पैदा कर सकते हैं. गलती से भी इसका रस आंखों में पड़ने से ये अस्थायी अंधापन पैदा कर सकता है.
Manchineel
बारिश में गलती से भी इस पेड़ के नीचे खड़ा होना खतरनाक हो सकता है. रस से दूषित बूंदें आपको नुकसान पहुंचा सकती है. यह पेड़ दक्षिणी उत्तरी अमेरिका कैरिबियन, मध्य अमेरिका और उत्तरी दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है. 50 फीट के इस पेड़ का फल सेब की तरह होता है. इसे 'मौत का पेड़' नाम भी दिया गया है.
wollemi
वोलेमी पाइन: वोलेमी पाइन अराउकेरियासी का सदस्य है. यह आज से 20 करोड़ या 6.5 करोड़ साल पहले जुरासिक और क्रेटेशियस के जंगलों में पाया गया था. माना जाता है कि यह पेड़ लगभग 2 करोड़ साल पहले विलुप्त हो गया था. साल 1994 में यह पेड़ अचानक पाया गया था. इस पेड़ की छाल गांठदार होती है.
wollemi
यह दुलर्भ पेड़ ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में ब्लू माउंटेन्स के जंगली क्षेत्रों में ही पाए जाते हैं. वोलेमी पाइन को जंगल में अवैध रूप से जाने वाले लोगों और पेड़ों को होने वाली बीमारियों से खतरा है. इन पेड़ों को विलुप्त होने से बचाने के लिए अभियान भी चलाया जा चुका है.
coco de more
कोको डे मेर: कोको डे मेर पाम केवल प्रेस्लिन और क्यूरिस के कुछ जगहों पर जंगली रूप से पाया जाता है. इनमें विशाल, प्लेटेड और पंखों के आकार के पत्ते होते हैं. इस पेड़ का बीज दुनिया में सबसे बड़ा और भारी होता है. इस पेड़ को लेकर अलग-अलग तरह की कहानियां है.
Coco de mer
एक कहानी के अनुसार यह पेड़ हिंद महासागर के तल के नीचे उगता है. माना जाता था कि नर पेड़ तूफानी रातों में खुद को उखाड़ लेते हैं और मादा पेड़ों को खोजने के लिए चलते हैं और उन्हें गले लगाते हैं ताकि उनके बड़े फूलों का परागण हो सके. माना जाता है कि ऐसी घटना को देखने वाले लोग अंधे हो सकते हैं या उनकी मौत हो सकती है.