Short Films में इन बॉलीवुड कलाकारों ने उड़ाए होश, इस वीकेंड Free में देखिए ये दिलचस्प फिल्में
शॉर्ट फिल्में कम ही दर्शकों तक पहुंच पाती हैं, लेकिन आज हम आपके सामने रणबीर कपूर, मनोज बाजपेयी और राधिका आप्टे जैसे सितारों की शानदार शॉर्ट फिल्मों को चर्चा करने जा रहे हैं.
कर्मा
2004 में रिलीज हुई फिल्म 'कर्मा' के बारे में कम लोगों को जानकारी होगी. रणबीर कपूर ने यहीं से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. फिल्म में उन्हें लीड रोल निभाते हुए देखा गया था. अभय चोपड़ा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में रणबीर के अलावा सुशोवन बनर्जी, सुरीनर पाल, शरत सक्सेना और मिलिंद जोशी जैसे सितारे अहम किरदारों में नजर आए. अपनी पहली ही फिल्म में रणबीर अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाते नजर आए थे.
तांडव
मनोज बाजपेयी भारतीय सिनेमा के मंझे हुए कलाकारों में से एक हैं. वह जिस भी भूमिका को निभाते हैं, उसमें पूरी शिद्दत से खुद को ढाल लेते हैं. वैसे तो उन्होंने पिछली कई फिल्मों में खुद को साबित किया है, लेकिन उनकी 2016 में आई शॉर्ट फिल्म 'तांडव' का एक्टर ने कॉन्सटेबल के रोल में भी दर्शकों का दिल खूब जीत लिया. इस शॉर्ट फिल्म के निर्देशन की कमान देवाशीष माखीजा ने संभाली है.
जूस
'जूस' की कहानी एक हाउस वाइफ के ईर्द-गिर्द घूमती है. फिल्म में शेफाली शाह को लीड रोल में देखा गया था. 2017 में आई इस शॉर्ट फिल्म में यह दिखाने की कोशिश की गई है कि घर की पार्टीज अच्छी तरह चलती रहे, इसके लिए कैसे महिलाएं लगातार किचन संभाल कर रखती है और मर्द आराम से बाहर बैठकर अपने ड्रिंक्स एन्जॉय करते हैं.
अहल्या
2015 में रिलीज हुई राधिका आप्टे की इस शॉर्ट फिल्म को लेकर उन दिनों काफी चर्चा रही. सुजॉय घोष ने फिल्म के निर्देशन की कमान अपने हाथ में ली थी. यह एक मिस्ट्री थ्रिलर कहानी थी. यहां राधिका आप्टे की दमदार अदाकारी की तारीफ किए बिना आप भी रह नहीं पाएंगे.
रोगन जोश
संदीप विग के निर्देशन में बनी शॉर्ट फिल्म 'रोगन जोश' में भारतीय सिनेमा के दिग्गज एक्टर नसीरुद्दीन शाह को लीड रोल में देखा गया था. फिल्म में वह एक बार फिर अपना दमदार अंदाज दिखाते हुए नजर आए. 2018 में रिलीज हुई यह फिल्म भी आसानी से यूट्यूब पर देखी जा सकती है.
अधीन
संजय मिश्रा को फिल्म में लीड रोल में देखा गया है. 2020 में आई इस फिल्म को यश वर्मा ने डायरेक्ट किया है. यह कहानी एक ऐसे बुजुर्ग शख्स की है, जो अपनी बीमार पत्नी को खुशी देने के लिए अपने टूटे हुए परिवार को जोड़ने की कोशिश में जुटा होता है. वहीं, परिवार मिल तो जाता है, लेकिन इनके मिलने पर कई दूसरी परेशानियां आकर खड़ी हो जाती हैं.