ओलंपिक से बाहर हुईं Vinesh Phogat का बड़ा दावा, बोलीं- पीएम मोदी से नहीं की बात, अधिकारियों ने रख दी थी शर्त
Vinesh Phogat Big Claim: जुलाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की उम्मीदवार विनेश फोगाट ने महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल से पहले अयोग्य घोषित किये जाने के बाद कुश्ती से संन्यास ले लिया.
पेरिस 2024 ओलंपिक से अयोग्य घोषित होने के बाद हाल ही में संन्यास की घोषणा करने वाली भारतीय पहलवान विनेश फोगट ने दावा किया कि अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने से इनकार कर दिया.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में जुलाना सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार फोगट ने कहा कि उन्होंने फोन कॉल को अस्वीकार कर दिया क्योंकि वह नहीं चाहती थीं कि उनकी भावनाओं और प्रयासों का राजनीतिक उद्देश्यों के लिए शोषण किया जाए.
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, 'प्रधानमंत्री की तरफ से फोन आया था, लेकिन मैंने बात करने से इनकार कर दिया. फोन सीधे मेरे पास नहीं आया, लेकिन वहां मौजूद भारतीय अधिकारियों ने मुझे बताया कि वह (प्रधानमंत्री मोदी) बात करना चाहते हैं. मैं तैयार थी. हालांकि, उन्होंने शर्तें रखीं - मेरी टीम से कोई भी मौजूद नहीं होगा, जबकि उनकी तरफ से दो लोग सोशल मीडिया के लिए बातचीत रिकॉर्ड करेंगे.'
लेकिन विनेश ने कहा, 'मैं नहीं चाहती थी कि सोशल मीडिया पर मेरी भावनाओं और कड़ी मेहनत का मजाक उड़ाया जाए.' फोगाट ने कहा कि वह प्रधानमंत्री से बिना किसी सार्वजनिक बातचीत की शर्त के वास्तविक बातचीत की सराहना करेंगी.
उन्होंने कहा, 'अगर उन्हें(पीएम मोदी) वाकई एथलीटों की परवाह होती, तो वे बिना रिकॉर्ड किए फोन कर सकते थे और मैं आभारी होती.' उन्होंने आगे कहा कि उनका मानना है कि मोदी के कार्यालय ने बातचीत को नियंत्रित करने के लिए शर्तें लगाईं.
विनेश ने आगे कहा, 'शायद वह जानते होंगे कि अगर मैं(मोदी) विनेश से बात करता हूं तो वह पिछले दो सालों के बारे में पूछेगी. शायद इसीलिए मुझे निर्देश दिया गया था कि मेरी तरफ से कोई फोन नहीं होगा क्योंकि वे अपनी तरफ से (वीडियो) एडिट करेंगे, लेकिन मैं एडिट नहीं करूंगी. मैं मूल वीडियो पोस्ट करूंगी. इसलिए उन्होंने मना कर दिया.'
बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध
ओलंपिक में 50 किलोग्राम कुश्ती के फाइनल में सिर्फ 100 ग्राम वजन कम होने के कारण अयोग्य घोषित की गई फोगट ने तत्कालीन कुश्ती महासंघ के प्रमुख और भाजपा नेता बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध पर मोदी की चुप्पी पर अपनी निराशा के बारे में मुखर रूप से बात की है. विनेश और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक सहित अन्य पहलवान सिंह के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की मांग करते हुए महीनों तक चले विरोध प्रदर्शन का चेहरा थे.