Tirupati Laddu: चिकन, मटन और मछली... देश के इन मंदिरों में प्रसाद के रूप में मिलता है नॉनवेज
Tirupati laddu controversy: तिरुपति मंदिर के प्रसाद पर विवाद लगातार गहराता जा रहा है. पूर्व CM के दावे के बाद सब चौंक गए हैं. लेकिन भारत में कुछ मंदिर ऐसे भी हैं, जहां नॉनवेज को प्रसाद के रूप में दिया जाता है.
तिरुपति बालाजी मंदिर
तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद पर विवाद लगातार बढ़ रहा है. पूर्व CM ने दावा किया था कि मंदिर के लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाई जा रही है. कुछ जांच रिपोर्ट्स में इस दावे को सच भी बताया गया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश में ऐसे भी मंदिर हैं जहां प्रसाद के रूप में नॉनवेज मिलता है.
कामाख्या देवी मंदिर
यह 51 शक्तिपीठों में से एक है. ऐसा माना जाता है कि यहां माता सती की योनि गिरी थी. यहां भक्त देवी को भोग के रूप में मांस और मछली चढ़ाते हैं. फिर यही भोग प्रसाद के रूप में भक्तों में बांट दिया जाता है.
कालीघाट मंदिर
कालीघाट मंदिर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में है. यहां पर देवी काली को प्रसाद के तौर पर बकरा चढ़ाया जाता है. फिर उसी मांस को भक्तों के बीच प्रसाद के रूप में बांट दिया जाता है.
मुनियांदी स्वामी मंदिर
तमिलनाडु के मदुरई मुनियांदी स्वामी मंदिर हैं. यहां हर वर्ष तीन दिवसीय वार्षिक आयोजन होता है. इसमें भक्तों को प्रसाद के रूप मेंबिरयानी और चिकन दिया जाता है. तब यहां मेला भरता है.
तरकुलहा देवी मंदिर
तरकुलहा देवी मंदिर यूपी के गोरखपुर में है. पहले यहां राजा बाबू बंधू सिंह पेड़ के निचे देवी की पूजा किया करते थे. उन्हें मंदिर के आसपास कोई भी अंग्रेज दीखता तो वे उसका सिर काटकर देवी के चरणों में अर्पित कर देते थे. आजादी के बाद यहां बकरे की बलि दी जाती है, यही फिर प्रसाद के रूप में भक्तों को बांट दिया जाता है.