B`day Special: `ढिंग एक्सप्रेस` हिमा दास की कुछ अनकही दास्तान
गोल्ड मेडलिस्ट sprinter हिमा दास IAAF World U20 Championships में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं. साथ ही उन्होंने अपने नाम 52.09 सेकंड में 400 मीटर भाग कर नैशनल रिकॉर्ड भी किया है.
असम के एक छोटे से गांव में हुआ था हिमा का जन्म
हिमा (Hima) का जन्म असम के एक छोटे से गांव में हुआ था. उनके मां-बाप रंजीत दास (Ronjit Das) और जोनाली दास (Jonali Das) असम के काइबार्टा समुदाय के किसान हैं. हिमा अपने पांचों भाई-बहन में सबसे छोटी हैं.
Footballer बनना चाहती थी हिमा
स्कूल में वो football खेलने में ज्यादा दिलचस्पी रखती थीं. इसके साथ ही वो अपना करियर भी football में ही बनाना चाहती थीं. हालांकि, बाद में उन्हें football की राष्ट्रीय टीम में अपना कोई भविष्य नहीं दिखा तो वे दौड़ में आ गईं.
पहले कोच रहे निपुन दास फिर गलीना बुखारीना बनी गुरु
बचपन में हिमा (Hima) के कोच निपुन दास (Nipon Das) रहे थे. ये वही व्यक्ति हैं जिन्होंने हिमा की योग्यता पहचानी और उनके टैलेंट को गांव से बाहर निकालने की पहल की. बाद में उनकी कोच बनीं रूस की एथलीट गलीना बुखारीना (Galina Bukharina). हिमा की सफलता में इन दोनों लोगों का बड़ा हाथ रहा है.
12वीं से पहले ही खेला पहला अंतरराष्ट्रीय मैच
हिमा ने अपनी 12वीं की परीक्षा मई 2019 में दी थी. इससे पहले ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय (International) स्तर पर अपना नाम बना लिया था. बता दें कि 2018 में ही उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रमंडल खेल (Commonwealth Games) में देश का 4x400 मीटर में प्रतिनिधित्व किया था.
शेरनी का नाम हिमा
हिमा (Hima) का आदर करते हुए, हाल ही में बन्नेरघट्टा जैविक उद्यान (Bannerghatta Biological Park) में एक बाघिन के बच्ची को 'हिमा' नाम से नवाजा गया.