Arshad Nadeem: अरशद नदीम कौन, जिसने चकनाचूर किया भारत का गोल्ड लाने का सपना?
Who is Arshad Nadeem: पाकिस्तान के जैवलिन थ्रोअर अरशद नदीम ने पेरिस ओलंपिक 2024 में भाला फेंक प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है. नदीम ने 92.97 मीटर दूर भाला फेंका. जबकि भारत के नीरज चोपड़ा ने 89.45 मीटर दूर भाला फेंका. नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता.
अरशद नदीम ने गोल्ड मेडल जीता
पेरिस ओलंपिक के जैवलिन थ्रो में भारत गोल्ड मेडल नहीं जीत सका. भारत के जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता है. जबकि पाकिस्तान के अरशद नदीम ने गोल्ड मैडल जीता है. अरशद नदीम ने 92.97 मीटर दूर भाला फेंककर इतिहास रच दिया है.
अरशद नदीम कौन है?
अरशद नदीम पाकिस्तान के पंजाब के मियां चन्नू में जन्मे. वे एक पंजाबी परिवार में पैदा हुए. उनके 8 भाई-बहन हैं. पहले अरशद नदीम जैवलिन थ्रोअर नहीं, बल्कि क्रिकेटर बनना चाह रहे थे. वैसे उन्होंने क्रिकेट, फुटबॉल, बैडमिंटन और एथलेटिक्स खेला है. वे क्रिकेट के लिए काफी उत्साही थे. वे जिला स्तर पर भी क्रिकेट मैचेज खेल चुके हैं. लेकिन किस्मत उन्हें जैवलिन थ्रो में ले आई और वे थ्रोअर बन गए.
अरशद नदीम का सफर
अरशद नदीम ने जैवलिन थ्रोअर के तौर पर 2015 में अपना करियर शुरू किया. उन्होंने भाला फेंक प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था. साल 2016 में उन्हें विश्व एथलेटिक्स से स्कॉलरशिप मिली. इसके बाद वे मॉरीशस में IAAF उच्च प्रदर्शन ट्रेनिंग सेंटर गए. यहां पर उन्होंने ट्रेनिंग ली. इसके बाद 2016 की फरवरीमें नदीम ने गुवाहाटी में हुए साउथ एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता.
अरशद नदीम ने टोक्यो ओलंपिक में भी रचा था इतिहास
अरशद नदीम ने पहले भी कई रिकॉर्ड बनाए हैं. उन्होंने साल 2021 में 4 अगस्त को टोक्यो ओलंपिक में मेंस जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता में क्वालीफाई किया. वे पाकिस्तान के इतिहास में पहले ऐसे खिलाड़ी बने जिन्होंने ओलंपिक में किसी ट्रैक और फील्ड कम्पटीशन के लिए क्वालीफाई किया. तब उन्होंने 84.62 मीटर का थ्रो किया था. 5वें स्थान पर रहे थे.
शादीशुदा हैं अरशद नदीम
अरशद नदीम शादीशुदा हैं. वे दो बच्चों के पिता हैं. अरशद ने अब तक 3 बड़े मेडल जीते हैं. उनके लिए सबसे बड़ा मेडल पेरिस ओलंपिक 2024 में जीता गया गोल्ड मेडल है. इससे पहले उन्होंने विश्व चैंपियनशिप- 2023 में सिल्वर मेडल जीता था. 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों में अरशद ने गोल्ड मेडल जीता था.