सीएम गहलोत के करीबियों के बाद अब पायलट खेमे के विधायकों को ACB का नोटिस
राजस्थान कांग्रेस में बड़े पैमाने पर विधायकों को अलग-अलग सरकारी एजेंसियों के नोटिस मिल रहे हैं. इस नोटिस का मजमून भ्रष्टाचार में संलिप्तता का है, जिसमें एक-एक करके दोनों ही खेमों के विधायक, मंत्रियों के करीबी और जानकार फंस रहे हैं.
जयपुरः राजस्थान की सियासी तकरार अभी जारी है. गहलोत खेमा और पायलट खेमे में बंटी कांग्रेस की रस्साकशी में कभी जोर इस तरफ से आजमाइश होती है तो कभी दूसरी तरफ से, कुल मिलाकर यह तय नहीं हो पा रहा है कि बढ़त किस ओर होगी. इस बीच सरकारी एंजेंसियों की भी एंट्री होती रहती है. नोटिस-समन का खेल भी चल रहा है.
ACB ने जारी किया नोटिस
जानकारी के मुताबिक, राजस्थान कांग्रेस में बड़े पैमाने पर विधायकों को अलग-अलग सरकारी एजेंसियों के नोटिस मिल रहे हैं. इस नोटिस का मजमून भ्रष्टाचार में संलिप्तता का है, जिसमें एक-एक करके दोनों ही खेमों के विधायक, मंत्रियों के करीबी और जानकार फंस रहे हैं. शुक्रवार रात को एंटी करप्शन ब्यूरो ने विधायकों के खरीद फरोख्त के मामले में विश्वेंद्र सिंह, भंवर लाल शर्मा को नोटिस जारी किया है.
SOG ने भी विधायकों को भेजे समन
इसके ठीक बाद दूसरी तरफ स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने भी कई नोटिस जारी किए हैं. इनमें कांग्रेस के तंवर सिंह, बलवंत सिंह, दिग्विजय राज सिंह और कर्णी सिंह शामिल हैं, जिन्हें SOG का नोटिस पहुंचा है.
एंटी करप्शन ब्यूरो ने जिन विधायक विश्वेंद्र सिंह और भंवर लाल शर्मा को नोटिस जारी किया है, यह हॉर्स ट्रेडिंग का मामला है. ये दोनों ही विधायक सचिन पायलट खेमे के हैं.
हॉर्स ट्रेडिंग का मामला
कांग्रेस ने कुछ दिन पहले ही बागी विधायक भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को पार्टी से निलंबित कर दिया था. इन दोनों पर भारतीय जनता पार्टी से सांठगांठ करके गहलोत सरकार गिराने का आरोप लगाया गया था. अब देखना यह है कि नोटिस-नोटिस खेलने के बाद इस राजनीतिक खेल का अगला रुख क्या होने वाला है.
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