जयपुर: राजस्थान में चल रहे राजनीतिक गतिरोध के बीच आज विधानसभा सत्र की शुरुआत हुई. सदन में पहले ही दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विश्वास प्रस्ताव रख दिया. कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों के लिए व्हिप कर दी है. बड़ी बात ये है कि विधानसभा में सचिन पायलट खेमे के विधायक अलग से सदन पहुंचे जबकि अशोक गहलोत के विधायक अलग से सदन पहुंचे.



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भाजपा लाना चाहती थी अविश्वास प्रस्ताव


आपको बता दें कि भाजपा भी अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही थी लेकिन उससे पहले ही अशोक गहलोत ने विश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया. अब मुख्यमंत्री गहलोत को सदन में पूर्ण बहुमत साबित करना होगा.



पायलट खेमे के विधायक भी पहुंचे विधानसभा


कांग्रेस ने विधानसभा सत्र से पहले व्हिप जारी की है और सरकार के पक्ष में मतदान करने का निर्देश दिया है. पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी विधानसभा में उपस्थित हैं. उनके गुट के विधायक अलग से विधानसभा पहुंचे. ये अहम बात है जो इस ओर इशारा करती है कि राजस्थान सरकार में सब कुछ ठीक नहीं है और जो एकजुटता दिखाई जा रही है वो केवल दिखावटी है.


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आपको बता दें कि विधानसभा सत्र में चीन बॉर्डर पर चीनी सैनिकों के साथ झड़प में वीरगति को प्राप्त हुए 20 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. गहलोत गुट के विधायक बसों में पहुंचे, जबकि पायलट गुट के विधायक अपनी गाड़ियों से आए हैं. उल्लेखनीय है कि करीब एक महीने की बगावत के बाद सचिन पायलट वापस जयपुर लौटे. गुरुवार की शाम को सचिन पायलट, अशोक गहलोत की मुलाकात हुई थी.