सीएम शिवराज ने अस्पताल से ही की बैठक, कई अहम प्रस्तावों पर लगाई मुहर
मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश ने अस्पताल से बैठक की और कई फैसले लिए. शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कई प्रस्तावों को ध्यान से सुना. मध्य प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि कैबिनेट की ऑनलाइन बैठक हुई क्योंकि मुख्यमंत्री कोरोना से संक्रमित हैं. मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि `हमें अपने छोटे-मोटे काम स्वयं करते रहना चाहिए.
भोपालः कोरोना से लड़ रहे सीएम शिवराज सिंह चौहान जिंदादिली की मिसाल भी पेश कर रहे हैं. मंगलवार को उन्होंने न सिर्फ वर्चुअल कैबिनेट मीटिंग का आयोजन किया, बल्कि कई अहम फैसले भी लिए. उन्होंने अस्पताल से ही कई प्रस्तावों पर मुहर लगाई. शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की अध्यक्षता की.
कई प्रस्तावों पर लगी मुहर
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश ने अस्पताल से बैठक की और कई फैसले लिए. शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कई प्रस्तावों को ध्यान से सुना और राय भी ली और इसके बाद मुहर लगाकर उन्हें संपादित भी किया. एक अहम फैसला यह भी लिया गया कि चंबल एक्सप्रेस वे का नाम बदलकर चंबल प्रोग्रेस वे किया जाएगा.
यह लिए गए फैसले
मध्य प्रदेश-राजस्थान सीमा से मुरैना होते हुए भिंड तक 309 किलोमीटर के फोरलेन हाईवे को मंजूरी दी गई है. इसके साथ ही प्रदेश में पीएम फसल बीमा योजना साल 2020 से 2022 तक के लिए लागू कर दिया गया है. इसी के साथ पीएम ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना को भी मंजूरी दे दी गई है.
सरकार ने कैंप योजना को भी कैबिनेट में मंजूरी दे दी है. ये फैसले मुख्यमंत्री के साथ वर्चुअल कैबिनेट की बैठक में लिए गए.
सीएम हैं कोरोना से संक्रमित
मध्य प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि कैबिनेट की ऑनलाइन बैठक हुई क्योंकि मुख्यमंत्री कोरोना से संक्रमित हैं. मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि 'हमें अपने छोटे-मोटे काम स्वयं करते रहना चाहिए. कोरोना से बिल्कुल घबराने को जरूरत नहीं है, समय पर सचेत होकर बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है.
उमर अब्दुल्ला बोले 'जब तक कश्मीर पूर्ण राज्य नहीं बन जाता, तब तक चुनाव नहीं लडूंगा'
PM मोदी और सीएम अशोक गहलोत के बीच राजस्थान पर क्या बातचीत हुई? जानिए