नई दिल्ली: देश में लव जेहाद की साजिश हिंदू लड़कियों पर भारी पड़ रही है, बल्लभगढ़ की होनहार छात्रा निकिता तोमर की जान मज़हबी षडयंत्र ने ले ही है. तौसीफ़ नाम के आरोपी ने धर्म बदलने और शादी करने से इनकार करने पर निकिता की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी. तौसीफ के परिवार का सीधे राहुल गांधी और सोनिया गांधी से कनेक्शन सामने आया है, लेकिन हर बात पर अपनी दुकान चमकाने वाली प्रियंका गांधी की आवाज इस बार नहीं खुल पा रही है.


निकिता के हत्यारे तौसीफ का कांग्रेस कनेक्शन


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निकिता की हत्या के दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सारा देश निकिता के हत्यारों के लिए फांसी की मांग कर रहा है. इस बीच हत्या के मुख्य आरोपी तौसीफ़ का कांग्रेस पार्टी से बड़ा कनेक्शन सामने आया है. आपको सबसे पहले इस कनेक्शन के बारे में समझाते हैं.


पढ़ाई में अव्वल निकिता का सपना बड़ी अफसर बनने का था, लेकिन लव जेहाद की आग में उनकी जिंदगी, उसके सपने सब कुछ जल गया. प्यार की आड़ में जेहादी तौसीफ़ ने उससे धर्म बदलने को कहा, खुद से शादी करने को कहा और निकिता के इनकार के बाद उसे दिन दहाड़े गोली मार दी. लेकिन सवाल उठता है कि तौसीफ के अंदर इतनी हिम्मत कहां से आई कि वो निकिता तोमर पर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन दबाव बनाने लगा. तौसीफ के उपर किसका हाथ है, जिसके दम पर उसने निकिता तोमर को दिन दहाड़े सबके सामने गोली मार दी?


तो ये है निकिता तोमर के हत्यारे तौसीफ के परिवार की वो कुंडली जिसके दम पर उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया. इससे पहले भी तौसीफ़ ने 2018 निकिता का अपहरण किया था.


हत्यारे तौसीफ के परिवार की कुंडली


निकिता के हत्यारे तौसीफ के दादा कबीर अहमद विधायक रह चुके हैं. तौसीफ के चाचा खुर्शीद अहमद हरियाणा के पूर्व मंत्री थे. आप नीचे दी गई तस्वीर को ध्यान से देख लीजिए. तस्वीर में बीच वाला शख्स तौसीफ का चाचा खुर्शीद अहमद है. उसकी बाएं ओर  नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद है और दाएं ओर महताब अहमद है.



 


कांग्रेस कनेक्शन पर पक्का मुहर लगाने वाली इस तस्वीर को देखिए, नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद जो हत्यारे तौसीफ के खुर्शीद के चाचा के चचेरे भाई हैं. इन जनाब की पहुंच राहुल गांधी तक है.



सिर्फ राहुल गांधी ही नहीं विधायक साहेब के सिर पर मैडम सोनिया का भी हाथ है. इसी रसूक को शायद तौसीफ अपनी ताकत समझता था.



नीचे दी हुई पिक तौसीफ के दूसरे चाचा जावेद अहमद की है, जिसने BSP से चुनाव लड़ा था.



अमन अहमद नाम का नेता भी तौसीफ का चाचा लगता है, जो JJP से फिरोजपुर झिरका विधान सभा से कैंडिडेट था.



यानी 2018 में भी परिवार के सामने तौसीफ के कांग्रेसी बैकग्राउंड वाले रसूखदार परिवार की ताकत आड़े आ गई. हालांकि उस वक्त ये बात तय हुई थी कि तौसीफ कभी निकिता का पीछा नहीं करेगा, लेकिन तौसीफ के सिर पर लव जेहाद का जुनून सवार था. इसीलिए उसने कुछ दिनों पहले फिर से निकिता पर धर्म परिवर्तन का दबाव डालना शुरू कर दिया.


तौसीफ के रसूखदार परिवार का डर किस कदर निकिता के परिवार पर हावी था कि बेटी को बचाने के लिए वो अपना घर तक छोड़ने को तैयार थे. लेकिन यहां पर एक सवाल और उठता है हाथरस से लेकर बलरामपुर तक बेटियों पर अत्याचार के मुद्दे पर शोर मचाने वाले कांग्रेस के बड़े नेता बल्लभगढ़ की बेटी और परिवार से हमदर्दी जताने क्यों नहीं पहुंचे? हां इस मामले में कांग्रेस नेताओं ने राजनीति ज़रूर शुरू कर दी.


ट्विटर योद्धा राहुल-प्रियंका कहां हैं?


निकिता हत्याकांड को लेकर केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने भी कांग्रेस पर बड़ा हमला किया है. संजीव बालियान ने कहा है कि निकिता की हत्या पर देश भर में गुस्सा है, कोई कांग्रेस नेता बल्लभगढ़ में नहीं गया. उन्होंने पूछा कि ट्विटर योद्धा राहुल-प्रियंका कहां हैं? कांग्रेस नेता क्योंकि तौसीफ के रिश्तेदार हैं.


कांग्रेस सरकार से सवाल तो पूछ रही है, लेकिन जिस इलाके में ये घटना हुई वहां के मौजूदा कांग्रेस विधायक तक इस परिवार का हाल जानने नहीं पहुंचे. केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर निकिता के परिजनो से मिलने पहुंचे, लेकिन राजनीति चमकाने और हाथरस-हाथरस करने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा और उनके भाई राहुल गांधी से एक ट्वीट भी नहीं हो पाया, शायद ये सच है कि इसकी वजह ये है कि हत्यारे तौसीफ के परिवार वाले मैडम सोनिया और राहुल बाबा के पहचान वाले हैं.


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इस पूरे मामले में पुलिस ने पहले मेवात से मुख्य आरोपी तौसीफ को गिरफ्तार किया और फिर कुछ घंटों के बाद इस मर्डर में शामिल दूसरे आरोपी रेहान को भी मेवात के रेवासन गांव से गिरफ्तार कर लिया गया. निकिता का परिवार आरोपियों के लिए फांसी की मांग कर रहा है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया है, लेकिन देश ये ही पूछ रहा है निकिता के हत्यारों को फांसी कब मिलेगी? लेकिन कांग्रेस पार्टी के इस दोमुहे चेहरे को देखकर सिर्फ एक ही बात ज़ेहन में आती है, "लानत है.."


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