मुंबई: महाराष्ट्र में दशकों पुराना भाजपा का साथ छोड़कर कांग्रेस और एनसीपी से हाथ मिलाने वाली शिवसेना सत्ता बचाने के लिए पूरी तरह कांग्रेस की शरण में है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अपनी कुर्सी की चिंता है. भाजपा ने मध्यप्रदेश में कांग्रेस से सत्ता छीन ली और अब राजस्थान पर उसकी नजर है. इससे शिवसेना चिंतित है कि कहीं महाराष्ट्र में भी भाजपा ऑपरेशन लोटस न शुरू कर दे.


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तीन पहियों वाली गाड़ी चला रहा हूं- उद्धव ठाकरे


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं तीन पहियों वाली गाड़ी चला रहा हूं अर्थात उनकी सरकार में शामिल तीन दल तीन पहियों की तरह हैं. उद्धव ठाकरे ने कहा है कि जिस किसी को मेरी सरकार गिरानी है वो गिराए, मैं अभी देखता हूं. उन्होंने कहा कि इंतजार किसका है? सरकार तीन पहियों वाली है, लेकिन वह गरीबों का वाहन है. पर स्टेरिंग मेरे ही हाथ में है. बुलेट ट्रेन या रिक्शा में चुनाव करना पड़ा तो मैं रिक्शा ही चुनूंगा.


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अपने विधायकों को भी समझाया


शिवसेना के विधायकों को आश्वासन देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि आपको आपकी पार्टी में ऐसा क्या मिलता नहीं है कि आप दूसरी पार्टी में जाते हैं. कई जगह पर ऐसे उदाहरण हैं. ऐसे तोड़फोड़ होता है उसके पीछे 'इस्तेमाल करो और फेंक दो' यही नीति सबने अपनाई है. भाजपा को महाराष्ट्र में सबसे अधिक सीटें मिली थी लेकिन शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद के लालच में धुर विरोधी राजनीतिक दलों के साथ हाथ मिला लिया.