नई दिल्लीः संसद के मॉनसून सत्र में अब प्रश्नकाल की पुनः वापसी हो गई है. इसके पहले मॉनसून सत्र में प्रश्नकाल का निलंबन था. जिसे लेकर विपक्ष ने विरोध जताया था. विपक्ष के विरोध को देखते हुए अब 30 मिनट तक सवाल पूछने की इजाजत दी गई है. इसके पहले कहा गया था कि आगामी संसद सत्र में प्रश्नकाल को निलंबित किया जाएगा. 


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विपक्षी दलों ने जताया था विरोध
जानकारी के मुताबिक,  संसद के दोनों सदन में एक घंटे का प्रश्नकाल होता है जिसमें सवाल किया जाता है, लेकिन प्रश्नकाल के समय को निलंबित कर दिया गया था. कारण बताया गया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए प्रश्नकाल को निलंबित किया जा रहा है.



इसके बाद इस मुद्दे पर विपक्ष लामबंद हो गया और इसका विरोध शुरू हो गया था. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा था कि प्रश्नकाल निलंबित करने को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा. 


कांग्रेस ने कहा था-विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश
प्रश्नकाल के निलंबन को लेकर गुरुवार को सरकार पर आरोप लगाया कि यह विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश है. मुख्य विपक्षी कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया था कि प्रश्नकाल का निलंबन करके लोकतंत्र का गला घोटने और संसदीय प्रक्रिया को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है.



हम इसका संसद के भीतर और बाहर दोनों जगह पुरजोर विरोध करेंगे. विपक्ष के विरोध के बाद अब सरकार ने संसद में प्रश्नकाल के लिए 30 मिनट का समय निर्धारित किया है. 


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