नई दिल्ली: हाल ही में GDP के नए आंकड़े सामने आये हैं. इन्हें देखकर सभी देशवासी चौंक गए क्योंकि अर्थव्यवस्था ऐतिहासिक नुकसान इस कोरोना काल में हुआ है. पूरी सरकार और समूचा देश मिलकर इस संकट से निकलने के लिए योजना बना रहा है. कांग्रेस (Congress) ने लुढ़कती अर्थव्यवस्था को मुद्दा बनाने की कोशिश शुरू कर दी है.
वित्तमंत्री को बर्खास्त करने की मांग
कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस की है. रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर अर्थव्यवस्था मजबूत न कर पाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण(Nirmala Sitharaman) को खुद इस्तीफा दे देना चाहिए या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को उन्हें बर्खास्त करना चाहिए. Congress के मुख्य प्रवक्ता सुरजेवाला ने यह भी कहा कि मौजूदा हालात में सरकार के भीतर बड़ी राजनीतिक और वित्तीय सर्जरी की जरूरत है.
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कांग्रेस ने उठाया रोजगार का मुद्दा
आंतरिक कलह से जूझ रही कांग्रेस को अब गरीबों और बेरोजगारो की याद आयी है. कांग्रेस 2008 की भयानक आर्थिक मंदी को भूल गयी. केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने कहा कि आज देश में चारों ओर आर्थिक तबाही का घनघोर अंधेरा है. रोजी, रोटी, रोजगार खत्म हो गए हैं और धंधे, व्यवसाय व उद्योग ठप्प पड़े हैं. अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है और जीडीपी पाताल में है.
संकट में देश की अर्थव्यवस्था
कांग्रेस ने कहा कि 73 साल में पहली बार जीडीपी दर पहली तिमाही में घटकर माइनस 24 प्रतिशत होने का मतलब है कि देशवासियों की औसत आय धड़ाम से गिरेगी. अगर पूरे साल में अगर जीडीपी नकारात्मक 11 प्रतिशत तक भी गिरी, तो आम देशवासी की आय में बढ़ोत्तरी होने की जगह सालाना 14,900 रुपये कम हो जाएगी. कांग्रेस नेता ने दावा किया है कि 73 साल में पहली बार केंद्र सरकार घोषित रूप से डिफॉल्टर हो गई है.