नई दिल्ली: देश भर में इस समय आगामी NEET और JEE मेंस परीक्षा की चर्चाएं हैं. परीक्षा रद्द करने की  छात्रों की मांग के समर्थन में सभी विपक्षी दल उतर आए हैं. ये राजनीतिक दल राजनीतिक लाभ लेने के चक्कर में सियासी चालबाजी चलने लगे हैं. कोरोना काल में छात्र परीक्षा आयोजित करने का विरोध कर रहे हैं. छात्रों के समर्थन में सोनिया गांधी ने आज 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों संग बैठक की.


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सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे 7 राज्य



बैठक में एग्जाम कराने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख करने पर आम सहमति बनी. नीट-जेईई एग्जाम कराने के केंद्र सरकार के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी. हालांकि, जिस वक्त यह राय बनी तब तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपना बयान देकर मीटिंग से बाहर जा चुके थे, ऐसे में उनकी औपचारिक सहमति का इंतजार है. हालांकि, महाराष्ट्र सरकार पहले से ही एग्जाम के विरोध में है.


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हमें छात्रों के साथ खड़े होना चाहिए- सोनिया गांधी


बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नीट-जेईई एग्जाम पर कहा कि छात्रों की समस्या और एग्जाम का मुद्दा केंद्र सरकार द्वारा हल किया जाना चाहिए. हम सभी को इस समय छात्रों का साथ देना चाहिए. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बैठक बुलाने के लिए सोनिया गांधी का शुक्रिया अदा करते हुए नीट-जेईई एग्जाम का मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा कि लाखों की संख्या में छात्र हैं और लॉकडाउन के चलते ट्रांसपोर्ट तक की सुविधा नहीं है.



झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि विपक्ष कमजोर होता दिखाई दे रहा है, जिस तरह से एकजुट होकर काम करना चाहिए, वो हो नहीं पा रहा है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हमें केंद्र सरकार से मिलना चाहिये और अपनी बात रखनी चाहिए.