नई दिल्ली: Rahul Gandhi on Ram Mandir: राम मंदिर को लेकर कांग्रेस के कई नेता असमंजस में नजर आ रहे थे. लेकिन पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर अपना स्टैंड साफ़ कर दिया है. राहुल गांधी ने कहा कि मैं राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में नहीं जा रहा. 22 जनवरी का कार्यक्रम पॉलिटिकल इवेंट हैं. हम सभी धर्मों के साथ हैं. मुझे धर्म का फायदा नहीं उठाना. मैं उसमें इंट्रेस्टेड नहीं हूं. मुझे मेरे धर्म को शर्ट पर पहनने की जरूरत नहीं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

राहुल बोले- अयोध्या मेरे रूट पर नहीं है
राहुल गांधी नॉर्थ ईस्ट के राज्य नागालैंड के कोहिमा में मंगलवार को कहा कि जो भी राम मंदिर जाना चाहता है, वो जा सकता है. हमारी पार्टी से भी कोई वहां जा सकता है. लेकिन हम इस राजनीतिक इवेंट में नहीं जाएंगे. मैं यात्रा के रूट पर रहूंगा. अयोध्या न्याय यात्रा के रूट में नहीं है. मैं धर्म के सिद्धांतों से अपनी जिंदगी जीने की कोशिश करता हूं. लोगों के साथ अच्छा बर्ताव करता हूं, उनकी इज्जत करता हूं. नफरत नहीं फैलाता हूं.


INDIA गठबंधन के सीट शेयरिंग पर राहुल का बयान
राहुल गांधी कहा कि INDIA गठबंधन भाजपा से मुकाबले के लिए पूरी तरह से तैयार है. बंगाल के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम सहयोगियों के साथ चर्चा कर रहे हैं. सीट शेयरिंग पर बात हो रही है. इसमें कोई जटिलता नहीं है. हालांकि, राहुल गांधी ने स्वीकार किया कि कुछ राज्यों में सीट शेयरिंग पर पेंच फंसा हुआ है. 


'छोटे राज्य के लोग खुद को सबके बराबर समझें'
राहुल ने नागालैंड के लोगों को भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भले यहां के लोग एक छोटे राज्य में रहते हैं. लेकिन उन्हें खुद को को देश के बाकी लोगों के बराबर ही महसूस करना चाहिए. भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर राहुल ने बात करते हुए कहा कि इस मार्च का मकसद ‘लोगों को न्याय देना और राजनीति, समाज व आर्थिक ढांचे को सभी के लिए समान और सुलभ बनाना है.


ये भी पढ़ें- 'कांग्रेस को सत्ता परिवर्तन की नहीं सीटों की चिंता है', JDU नेता का बड़ा हमला


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.