नई दिल्ली: कुंभ को आस्था, विश्वास और संस्कृतियों के मिलन का महापर्व कहा जाता है. दुनियाभर से लोग इसमें शामिल होने के लिए आते हैं. हर कोई चाहता है कि अपने जीवनकाल में उसे कम से कम एक बार तो कुंभ स्नान करने का अवसर प्राप्त हो पाए. इस साल 16 फरवरी बसंत पंचमी के दिन भी कुंभ स्नान है. मान्यता है कि कुंभ स्नान से मां गंगा ही नहीं, सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है.


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स्नान के दौरान इन बातों का रखें ध्यान


1. सनातन धर्म के अनुसार सदैव ध्यान रहे कि कुंभ में स्नान से पहले आप नदी को प्रणाम जरूर करें.


2. इसके बाद अपने पांव अंदर रखें. अब कुछ पुष्प और अपनी इच्छानुसार कुछ मुद्रा नदी में डालकर स्नान करें.


3. स्नान के बाद आस-पास मौजूद किसी पुरोहित को वस्त्र आदि वस्तुओं का दान करें.


मान्यता है कि ऐसे दान करने का अर्थ होता है कि हम अपने बीते सालों में कमाए गए धन का दान दे रहे हैं.


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स्नान के दौरान करें कुछ त्याग


कुंभ स्नान के दौरान अक्सर लोग मुंडन करवाते हैं और अपने केशों का त्याग कर देते हैं. मान्यता है कि जब भी कुंभ स्नान के लिए जाएं तो यहं कुछ न कुछ अवश्य दान कर दें.



बेहतर होगा कि स्नान के दौरान आप अपनी उस आदत का त्याग करें, जो आपके और दूसरों के लिए परेशानी की वजह बनती है.


भूलकर भी न करें ये गलती


कुंभ स्नान या किसी भी पवित्र नदी में स्नान करने से पहले हमेशा ध्यान रखें कि नदी कि समीप कफी शौच, कुल्ला या कंघी न करें और न ही कंघी या रखे. ऐसा करने पर न तो आपको जन्मों तक इसका पाप भोगना पड़ सकता है.


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