अफगान क्रिकेटरों के साथ तालिबान की बैठक, जानिये किस फैसले पर लगी मुहर
तालिबानी आतंकियों ने ही सन 2000 में क्रिकेट को मनोरंजक खेल करार देते हुए इस पर से प्रतिबंध खत्म किया था.
नई दिल्ली: तालिबान के आतंकियों में क्रिकेट को लेकर दिलचस्पी है, ये किसी से छिपा नहीं है. तालिबानी आतंकियों ने ही सन 2000 में क्रिकेट को मनोरंजक खेल करार देते हुए इस पर से प्रतिबंध खत्म किया था.
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान जल्द क्रिकेट मुकाबला कराना चाहता है. तालिबानी आतंकियों ने अफगानिस्तान के कप्तान समेत कई प्रमुख क्रिकेटरों से मुलाकात की. इसके बाद तालिबानी आतंकियों ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सदस्यों के साथ भी क्रिकेट के भविष्य को लेकर बैठक की.
अजीजुल्लाह बनेंगे अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के महानिदेशक
तालिबान ने अजीजुल्लाह फाजली को अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नए महानिदेशक के तौर पर फिर से नियुक्त किया है.
तालिबान के साथ होने वाली इस बैठक में राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के कप्तान हशमतुल्ला शाहिदी, पूर्व क्रिकेट बोर्ड चयन समिति के अध्यक्ष असदुल्ला और नूर अली जदरान ने हिस्सा लिया था.
संकट में अफगानिस्तान क्रिकेट
अफगानिस्तान क्रिकेट ने बीते एक दशक से शानदार खेल दिखाया है और दुनिया की बड़ी बड़ी टीमो को चुनौती दी है. आने वाला समय अफगानिस्तान क्रिकेट के लिए बेहद संकट भरा हो सकता है. तालिबान के क्रिकेट प्रेम पर खिलाड़ियों को अभी भी संदेह है.
गौरतलब है कि तालिबान शासन के बाद से ही अफगानिस्तान से लोग बाहर जाना चाहते हैं. लोग वहां अपने भविष्य को लेकर डरे हुए हैं. यही वजह है कि लोग बड़ी संख्या में अफगानिस्तान छोड़ रहे हैं. तालिबान के डर से अशरफ गनी भी देश छोड़कर भाग गए हैं.