Suryakumar Yadav: भारतीय क्रिकेट की नई सनसनी सूर्यकुमार यादव को टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में विश्व का नंबर एक खिलाड़ी बनना अब भी सपने जैसा लगता है, लेकिन वह सीमित ओवरों के प्रारूप तक ही सीमित नहीं रहना चाहते हैं और उनकी टेस्ट क्रिकेट में भी अपना जलवा दिखाने की दिली तमन्ना है. सूर्यकुमार ने न्यूज एजेंसी को दिये एक इंटरव्यू में बात की और बताया कि टी20 रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज होने के बाद वो कैसा महसूस कर रहे हैं और अगले साल होने वाले विश्वकप और टेस्ट क्रिकेट खेलने की अपनी तमन्ना को लेकर भी राज खोला.


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नंबर 1 टी20 बल्लेबाज बनने पर क्या बोले सूर्यकुमार 


सूर्यकुमार से जब पूछा गया कि अगर आज से एक साल पहले कहा जाता कि साल के आखिर में आप टी20 क्रिकेट में नंबर एक बल्लेबाज बने रहेंगे, तो क्या आप इस पर विश्वास करते? इसके जवाब में सूर्यकुमार ने कहा कि यह अब भी सपने जैसा लगता है. अगर साल भर पहले किसी ने मुझे टी20 क्रिकेट का नंबर एक बल्लेबाज कहा होता तो मुझे नहीं पता कि मैं कैसे प्रतिक्रिया करता. जब मैंने इस प्रारूप में खेलना शुरू किया तो मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता था और इसके लिए मैंने कड़ी मेहनत की थी. 


वनडे विश्वकप के लिये क्या होगी तैयारी


इसके बाद सूर्यकुमार से अगले साल भारत में खेले जाने वाले वनडे विश्वकप 2023 को लेकर सवाल किया गया और कहा कि अगले साल खेले जाने वाले टूर्नामेंट को देखते हुए क्या आप 50 ओवर्स के प्रारूप के लिए अपने खेल में बदलाव करेंगे? 


इसके जवाब में सूर्यकुमार ने कहा कि जब मैं किसी प्रारूप में खेल रहा होता हूं तो उसके बारे में बहुत नहीं सोचता, क्योंकि मैं जब भी बल्लेबाजी के लिए जाता हूं तो उसका भरपूर आनंद लेता हूं. मैं यही सोचता हूं कि जब भी मैं क्रीज पर जाऊं तो मैच में पासा पलटने वाला प्रदर्शन करूं. मुझे बल्लेबाजी करना पसंद है फिर चाहे वह टी20, वनडे या रणजी ट्रॉफी कुछ भी हो. 


क्या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खेलेंगे सूर्यकुमार


सूर्यकुमार से इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने की उम्मीद पर सवाल किया गया जिसके जवाब में सूर्यकुमार ने कहा कि मैंने लाल गेंद से आयु वर्ग के राष्ट्रीय स्तर पर खेलना शुरू किया, इसलिए इसका उत्तर इसी में छिपा है. पांच दिवसीय मैचों में आपके सामने पेचीदा लेकिन रोमांचक परिस्थितियां होती हैं और आप चुनौती का सामना करना चाहते हैं. हां, यदि मुझे मौका मिलता है तो मैं तैयार हूं. 


मानसिक रूप से कैसे तैयार हो खिलाड़ी


सूर्यकुमार से जब उनके मानसिक रूप से तैयार रहने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं यही कहूंगा कि यह कभी असंभव नहीं होता है लेकिन निश्चित तौर पर मुश्किल होता है. इसके लिए आपका रवैया अच्छा होना चाहिए. मैं अधिक अभ्यास करने के बजाय बेहतर अभ्यास करने पर ध्यान देता हूं. मैंने और मेरे परिवार ने काफी बलिदान दिए हैं. भारत की तरफ से पदार्पण करने से पहले मैं 10 साल तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट में खेलता रहा हूं. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में आपको काफी चीजें सीखने को मिलती हैं और इसलिए जब आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलते हैं और भिन्न तरह के गेंदबाजों का सामना करते हैं तो फिर आपको केवल खुद को अभिव्यक्त करने की जरूरत होती है. 


अच्छा खेलने के बावजूद जब नहीं होता था चयन तो कैसा करते थे महसूस


इस दौरान सूर्यकुमार ने उस वक्त के बारे में भी बात की जब वो लगातार घरेलू स्तर और आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन इसके बावजूद उन्हें मौका नहीं मिलता था. ऐसे में जब उनसे पूछा गया कि तब उन्हें निराशा होती थी या गुस्सा आता था तो उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कहूंगा कि मैं खीझ जाता था लेकिन हमेशा मैं यह सोचता था कि अगले स्तर पर जाने के लिए अलग से क्या करना होगा. इसलिए मैंने कड़ी मेहनत करना जारी रखा और आपको इसके साथ ही अपने खेल का भी आनंद लेना होता है. आप इसीलिए क्रिकेट खेलना शुरू करते हैं. मैं जानता था कि अगर मैं परिणाम पर ध्यान न दूं और अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करूं तो मैं किसी दिन राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने में सफल रहूंगा. 


360 तकनीक को लेकर जानें क्या बोले सूर्यकुमार


अपनी 360 डिग्री तकनीक के बारे में बताते हुए सूर्यकुमार यादव ने कहा कि यह दिलचस्प कहानी है. मेरे स्कूल और कॉलेज के दिनों में मैंने रबड़ की गेंद से काफी क्रिकेट खेली. सीमेंट की कड़ी पिचों पर और बारिश के दिनों में 15 गज की दूरी से की गई गेंद तेजी से आती थी तथा यदि लेग साइड की बाउंड्री 95 गज होती थी तो ऑफ साइड की 25 से 30 गज ही होती थी. इसलिए ऑफ साइड की बाउंड्री बचाने के लिए अधिकतर गेंदबाज मेरे शरीर को निशाना बनाकर गेंदबाजी करते थे. ऐसे में मैंने कलाइयों का इस्तेमाल करना, पुल करना और अपर कट लगाना सीखा. मैंने नेट पर कभी इसका अभ्यास नहीं किया. 


रोहित-विराट के साथ कैसे हैं संबंध


भारतीय टीम के इस दिग्गज बल्लेबाज से पूर्व कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा के साथ संबंधों को मैं वास्तव में बेहद भाग्यशाली हूं जो विराट कोहली और रोहित शर्मा के साथ खेल रहा हूं. वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के दिग्गज सितारे हैं. उन्होंने जो कुछ हासिल किया है मैं नहीं जानता कि कभी मैं उसे हासिल कर पाऊंगा या नहीं. हाल में मैंने विराट भाई के साथ कुछ अच्छी साझेदारियां निभाई और मैंने उनके साथ बल्लेबाजी करने का आनंद लिया. 


करियर में मुंबई इंडियंस और पत्नी देवीशा का रहा योगदान


सूर्यकुमार यादव ने अपने करियर में मुंबई इंडियंस और आपकी पत्नी देवीशा के योगदान के बारे में बात करते हुए कहा कि मेरी जिंदगी और क्रिकेट यात्रा में दो स्तंभ हैं - मुंबई इंडियंस और मेरी पत्नी देवीशा. पहले मैं मुंबई इंडियंस के योगदान पर बात करूंगा. जब मैं 2018 में कोलकाता नाइट राइडर्स को छोड़कर यहां आया था तो मैं शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी के मौके पर ध्यान दे रहा था और मेरे कहे बिना ही टीम प्रबंधन ने मुझ पर भरोसा दिखा कर मुझे यह जिम्मेदारी सौंप दी थी. मैंने 2016 में देवीशा से शादी की और जब मैं मुंबई इंडियन से जुड़ा तो हम दोनों ने अगले स्तर पर जाने के लिए क्या करना चाहिए इसके बारे में सोचना शुरू किया. मुझे जब भी उनकी जरूरत पड़ी तो वह मेरे साथ खड़ी रही. एक खिलाड़ी के तौर पर मैं जिस तरह का संतुलन चाहता था देवीशा ने मुझे वह मुहैया कराया.


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