CWG 2022: गोल्डन पंच जड़ने वाले अमित पंघाल की पीठ पर बने टैटू का सेना से है खास कनेक्शन
अमित पंघाल ने पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता. उनके पास टोक्यो ओलंपिक में भी में गोल्ड मेडल जीतने का मौका था लेकिन तब वे मौके का फायदा नहीं उठा सके.
नई दिल्ली: भारतीय मुक्केबाज अंतिम पंघाल और नीतू गंघास ने रविवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों में अपना दबदबे भरा प्रदर्शन जारी रखते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किए. अमित पंघाल ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भी सिल्वर मेडल जीता था. अब अमित पंघाल ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. ये मेडल उनके जीवन का सबसे यादगार मेडल साबित हुआ.
अमित पंघाल ने पूरा किया अपने दादाजी का सपना
अमित पंघाल ने अपने शरीर पर अपने दिवंगत दादाजी का टैटू बनवा रखा है. जब वे गोल्ड मेडल मैच खेल रहे थे उस समय कैमरे की नजर उनके टैटू पर पड़ी. इसके बाद उनकी तस्वीरें जमकर सोशलमीडिया पर वायरल हो गईं. अमित पंघाल ने खुद एक इंटरव्यू में कहा था कि वे अपने दादाजी के बेहद करीब थे. उन्हें उनसे बेशुमार प्यार मिला और उन्हीं के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने बॉक्सिंग में अपना करियर बनाया.
भारतीय सेना में कार्यरत रहे थे जगराम पंघाल
अमित पंघाल के दादाजी का नाम जगराम पंघाल था. जगराम पंघाल इंडियन आर्मी में कैप्टन के पद पर कार्यरत थे. जून 2020 में उनका निधन हो गया था. उनके सम्मान में अमित पंघाल ने अपनी पीठ पर उनका टैटू छपवाया.
अमित पंघाल ने पुरूषों के फ्लाईवेट (48-51 किग्रा) वर्ग में मैकडोनल्ड कियारान को एक समान 5-0 के अंतर से हराकर स्वर्ण पदक जीता. अमित पंघाल ने इससे पहले खेले गये सेमीफाइनल मुकाबले में जिम्बाब्वे के पैट्रिक चिनयेम्बा को सर्वसम्मत फैसले में 5-0 से पराजित किया था.
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