क्रिकेट टीम में एक कोच से नहीं चलेगा काम, भारतीय दिग्गज ने बताया...क्या करें
टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम की शर्मनाक हार के बाद बीसीसीआई को कई तरह के सुझाव दिए गए. ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का जीत से शुरू हुआ सफर सेमीफाइनल में मिली हार के साथ समाप्त हो गया. वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खेला गया.
नई दिल्लीः ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का जीत से शुरू हुआ सफर सेमीफाइनल में मिली हार के साथ समाप्त हो गया. वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खेला गया. मुकाबले में पांच विकेट से जीत हासिल कर इंग्लैंड की टीम विश्व विजेता बनने में कामयाब रही.
टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम की शर्मनाक हार के बाद बीसीसीआई को कई तरह के सुझाव दिए गए. इस फेहरिस्त में टीम के पूर्व कप्तान और कोच अनिल कुंबले का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत को आगे बढ़ने के लिए सीमित ओवरों और टेस्ट प्रारूप की टीम पूरी तरह से अलग होनी चाहिए.
'टीम में होने चाहिए अधिक-अधिक से ऑलराउंडर'
इंग्लैंड की वनडे और टी20 में सफलता के बाद सफेद गेंद और लाल गेंद से खेले जाने वाले क्रिकेट के लिए अलग-अलग टीम रखने की चर्चा तेज हो गई है. अनिल कुंबले ने कहा, ‘निश्चित तौर पर आपको अलग-अलग टीमों की जरूरत पड़ेगी. आपको टी20 विशेषज्ञों की जरूरत पड़ती है. मुझे लगता है कि इंग्लैंड की टीम ने इसे करके दिखाया है. यहां तक कि पिछली बार के टी20 विश्व कप चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने भी साबित किया है कि आपके पास अधिक से अधिक ऑलराउंडर होने चाहिए. आप उनके बल्लेबाजी क्रम पर गौर करिए.’
सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं लियाम लिविंगस्टोन
उन्होंने कहा, ‘आज लियाम लिविंगस्टोन सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आते हैं. किसी भी अन्य टीम के पास नंबर सात पर लिविंगस्टोन जैसा बल्लेबाज नहीं है. ऑस्ट्रेलिया के लिए मार्कस स्टोइनिस छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं. आपको इस तरह की टीम तैयार करनी होगी. मैं वास्तव में इसको लेकर सुनिश्चित नहीं हूं कि आपको अलग कप्तान या अलग कोच चाहिए. यह सब कुछ इस पर निर्भर करता है कि आप किस तरह की टीम का चयन करने जा रहे हैं. इसके बाद तय करें कि आपको कैसा सहयोगी स्टाफ और कप्तान चाहिए.’
'इंग्लैंड ने अच्छे खिलाड़ियों को तैयार किया'
वहीं, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर टॉम मूडी का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय टीमों को अलग-अलग कोच रखने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए. इंग्लैंड में ब्रैंडन मैकुलम उसके टेस्ट कोच हैं जबकि मैथ्यू मोट सीमित ओवरों की टीम के कोच हैं. टॉम मूडी ने कहा, ‘मेरा मानना है कि इसमें कोई संदेह नहीं कि यह आगे बढ़ने का रास्ता है, फिर चाहे वह खिलाड़ी हो या सहयोगी स्टाफ. उन्हें अलग-अलग रखने पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है. ऐसा लगता है इंग्लैंड की टेस्ट और सीमित ओवरों की टीमों में काफी अंतर है. उन्होंने अच्छे खिलाड़ियों को तैयार किया है.’
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