नई दिल्लीः भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने करियर में एक और उपलब्धि हासिल की. वह 100 टेस्ट खेलने वाले भारत के 14वें खिलाड़ी बन गए हैं. गुरुवार को धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट में मैदान पर उतरने के साथ ही अश्विन ने यह रिकॉर्ड अपने नाम किया.


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द्रविड़ ने किया सम्मानित
इस मौके पर भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने अश्विन को एक विशेष स्मृति चिन्ह भेंट की. राजकोट में तीसरे टेस्ट के दौरान अश्विन अनिल कुंबले के बाद 500 टेस्ट विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गए. साथ ही वो मुथैया मुरलीधरन, शेन वॉर्न, जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, कुंबले, ग्लेन मैकग्रा, कर्टनी वॉल्श जैसे गेंदबाजों के विशिष्ट क्लब में शामिल हो गए.


जानें क्यों खास है ये रिकॉर्ड
वह मुरलीधरन के बाद 100 से कम टेस्ट मैचों में 500 विकेट हासिल करने वाले दूसरे गेंदबाज भी बने. 2011 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले 37 वर्षीय खिलाड़ी ने 507 टेस्ट विकेट लिए हैं. उन्होंने इस प्रारूप में 26.47 की बल्लेबाजी औसत के साथ 3309 रन भी बनाए हैं. जिसमें पांच शतक और 14 अर्द्धशतक शामिल हैं.


केवल नाथन लियोन (527 विकेट) ने इस प्रारूप में उनसे अधिक विकेट लिए हैं. अश्विन ने रांची टेस्ट में टेस्ट क्रिकेट में अपना 35वां पांच विकेट लेने का कारनामा किया और टेस्ट क्रिकेट में किसी भारतीय द्वारा सर्वाधिक पांच विकेट लेने के कुंबले के रिकॉर्ड की बराबरी की. भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम 200 टेस्ट मैचों के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस प्रारूप में सर्वाधिक मैचों का रिकॉर्ड है. इस मैच में भारत जीत हासिल करने उतरेगा.


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