CWG 2022: बर्मिंघम में भारत ने किया 88 सालों का `वन ऑफ बेस्ट` प्रदर्शन, जानें कैसा है पदक तालिका का हाल
Commonwealth games 2022: बर्मिंघम में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स का समापन हो गया है जिसके आखिरी दिन भी भारतीय खिलाड़ियों ने देश का परचम लहराने में कोई कसर नहीं छोड़ी. भारत के लिये कॉमनवेल्थ गेम्स के आखिरी दिन बैडमिंटन महिला सिंग्ल्स के फाइनल में पीवी सिंधू की जीत गोल्ड के साथ हुई.
Commonwealth games 2022: बर्मिंघम में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स का समापन हो गया है जिसके आखिरी दिन भी भारतीय खिलाड़ियों ने देश का परचम लहराने में कोई कसर नहीं छोड़ी. भारत के लिये कॉमनवेल्थ गेम्स के आखिरी दिन बैडमिंटन महिला सिंग्ल्स के फाइनल में पीवी सिंधू की जीत गोल्ड के साथ हुई. इस जीत के साथ ही भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में अपना 200वां स्वर्ण पदक हासिल किया. बर्मिंघम खेलों में भारत ने 22 स्वर्ण जीते जिससे उसके कुल स्वर्ण पदकों की संख्या 203 हो गयी तो वहीं पर 190 सिल्वर और 171 ब्रॉन्ज मेडल भी शामिल हैं. इसके चलते भारत के कुल पदकों की संख्या 564 हो गई है.
पीवी सिंधु ने दिलाया भारत को 200वां गोल्ड मेडल
सिंधू के बाद बैडमिंटन के पुरुष एकल में लक्ष्य सेन जबकि पुरुष युगल में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग सेन जोड़ी ने स्वर्ण जीता. अचंता शरत कमल ने इसके बाद टेबल टेनिस में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया. राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदकों की कुल संख्या के मामले में ऑस्ट्रेलिया (1003 स्वर्ण पदक) शीर्ष पर है जबकि इंग्लैंड (773) दूसरे और कनाडा (510) तीसरे स्थान पर है.
राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने पहला स्वर्ण 1958 में जीता था. यह स्वर्ण महान फर्राटा धावक मिल्खा सिंह ने जीता था. भारत ने इसके बाद हर राष्ट्रमंडल खेलों (1962 और 1986 में भाग नहीं लिया) में स्वर्ण पदक जीता है. पदकों के लिहाज से देखें तो यह भारत का चौथा बेस्ट प्रदर्शन है. इस मामले में दिल्ली में 2010 में हुऐ राष्ट्रमंडल खेल भारत के लिए सबसे सफल रहे है जिसमें उसने 38 स्वर्ण पदक जीते थे. इस साल भारत ने कुल 101 पदक जीते थे जिसमें 27 सिल्वर और 36 ब्रॉन्ज भी शामिल थे.
पदकों के मामले में चौथे नंबर पर रहे कॉमनवेल्थ गेम्स
वहीं 2002 में मैनचेस्टर में आयोजित किये गये कॉमनवेल्थ गेम्स दूसरे पायदान पर है जिसमें भारत ने 30 गोल्ड, 22 सिल्वर और 17 ब्रॉन्ज मेडल जीते थे. तीसरे नंबर पर गोल्ड कोस्ट में खेले गये कॉमनवेल्थ गेम्स आते हैं जिसमें भारत ने 26 गोल्ड, 20 सिल्वर और 20 ब्रॉन्ज मेडल जीत चौथे पायदान पर कब्जा किया.
भारत ने 2006 के मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेलों में भी 22 गोल्ड जीते थे लेकिन 17 सिल्वर और 11 ब्रॉन्ज के चलते उसके कुल पदकों की संख्या 50 ही पहुंच पाई थी. इस साल यह संख्या 22 गोल्ड, 16 सिल्वर और 23 ब्रॉन्ज के चलते 61 पहुंची है. इसको देखते हुए बर्मिंघम खेलों में भारत का यह प्रदर्शन ऐतिहासिक रूप से चौथे पायदान पर है.
खेलों के लिहाज से भारत का यह बेस्ट प्रदर्शन
हालांकि खेलों के लिहाज से बात करें तो यह भारत का अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन है जिसने 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स को भी पछाड़ दिया है. दिल्ली में आयोजित हुए इन खेलों में भारत ने एथलेटिक्स में सिर्फ एक मेडल जीता था जबकि इस साल उसके खाते में 8 पदक (एक गोल्ड, 4 सिल्वर और ब्रॉन्ज) आये हैं.
भारत ने स्क्वैश, लॉन बॉल, जूडो में भी कई ऐतिहासिक पदक अपने नाम किये तो कई ऐसे खेल भी रहे जिसमें खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और पदक जीतने से कुछ ही कदम दूर रह गये. ऐसे में भारतीय दल के इस प्रदर्शन को कॉमनवेल्थ गेम्स का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन कहना गलत नहीं होगा.
इसे भी पढ़ें- Asia Cup के लिए टीम इंडिया का ऐलान, कोहली की वापसी लेकिन कट गया दिग्गज का पत्ता
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.