नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के निवर्तमान कप्तान टिम पेन ने शुक्रवार को एक ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट वेबसाइट को बताया कि आज मैं ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के कप्तान का पद छोड़ने की घोषणा कर रहा हूं. यह एक अविश्वसनीय रूप से कठिन निर्णय है, लेकिन मेरे लिए, मेरे परिवार और क्रिकेट के लिए सही है. 


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ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान टिम पेन ने घोषणा की है कि वे अब ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी नहीं करेंगे. टिम पेन की एक महिला के साथ अश्लील चैट सार्वजनिक हो गई थी. इसके बाद विवाद बढ़ता, उससे पहले ही उन्होंने कप्तानी से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी. 


बॉल टैंपरिंग विवाद भी हुई थी ऑस्ट्रेलिया की फजीहत


दक्षिण अफ्रीका में बॉल टैंपरिंग विवाद के बाद 2018 में स्टीव स्मिथ की जगह टिम पेन को ऑस्ट्रेलिया का 46वां टेस्ट कप्तान नियुक्त किया गया था. 


दरअसल ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब किसी कंगारू खिलाड़ी को विवादों के चलते कप्तानी छोड़नी पड़ी हो या उसका करियर खतरे में पड़ा हो. ऑस्ट्रेलियाई टीम में स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर, शेन वार्न एंड्रयू साइमंड्स और माइकल क्लार्क समेत कई दिग्गज खिलाड़ियों को अपने आचरण और व्यवहार के लिए दुनियाभर में शर्मिंदगी झेलनी पड़ी है. 


मंकी गेट विवाद से लेकर बॉल टैंपरिंग तक ऐसे कई मामले हुए जिसमें दुनिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों की काली करतूत देखी है. साल 2008 के मंकी गेट विवाद में भी हरभजन सिंह को ऑस्ट्रेलिया के एंड्रयू साइमंड्स ने निशाना बनाया था. 


टी20 वर्ल्डकप में भी वार्नर ने की थी शर्मनाक हरकत


ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी मैच के दौरान अभद्र आचरण के लिए कुख्यात हैं. हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ टी20 वर्ल्डकप के सेमीफाइनल में डेविड वार्नर ने खेल भावना के विपरीत उस गेंद पर छ्क्का जड़ा था जो गेंदबाज मोहम्मद हफीज के हाथ से गलती से छूट गई थी. दरअसल ओस की वजह से बॉल गीली हो चुकी थी जिससे बॉल रिलीज करते वक्त हफीज के हाथ से गेंद छूट गई और दो टप्पे खाकर बैटिंग कर रहे वार्नर तक पहुंची जिस पर उन्होंने छ्क्का जड़ दिया. वार्नर के बिहेवियर की गौतम गंभीर और हरभजन सिंह ने भी निंदा की थी.


क्रिकेट भावना के अनुसार यदि गेंदबाज के हाथ से गेंद फिसल जाती है तो उसे बल्लेबाज द्वारा छोड़ दिया जाता है लेकिन डेविड वार्नर ने ऐसा नहीं किया. 


खूब चर्चित है 2018 का बॉल टैंपरिंग विवाद


इसके अलावा साल 2018 का बॉल टैंपरिंग विवाद भी खूब चर्चित है. ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में एक टेस्ट मैच खेला गया था. इस टेस्ट के तीसरे दिन के खेल के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी कैमरन बेनक्राफ्ट ने बॉल चमकाने के लिए चोरी से एक बैंड का इस्तेमाल किया था. इसे टीवी कैमरों ने पकड़ लिया था. 


बेनक्रॉफ्ट के अलावा इस बॉल टैंपरिंग विवाद में तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ और सीनियर बल्लेबाज डेविड वॉर्नर की भी संलिप्तता सामने आई. इन तीनों खिलाड़ियों पर एक साल का बैन भी लगाया गया था. 


जानिए क्या है बॉल टैंपरिंग 


दरअसल बॉल टैम्परिंग करने से बॉल को एक तरफ से रफ और दूसरी तरफ चमकीला रखा जाता है. टेस्ट क्रिकेट में नई बॉल से रिवर्स स्विंग कराना मुमकिन नहीं है. लिहाजा, फील्डिंग कर रही टीम के प्लेयर्स जानबूझकर और खेलभावना के विपरीत बॉल की शाइन मिटाने के लिए कई तरीके अपनाते हैं. 


जैसे बॉल पर पैर रखना, उसे जमीन पर रगड़ना, उसकी सीम उखाड़ना या किसी और तरीके से गेंद की चमक खत्म करना. आईसीसी ने इसे अपराध की श्रेणी में रखा है और ऐसा करने पर खिलाड़ियों को सख्त सजा दी जाती है.


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अहम बात ये है कि बॉल टैंपरिंग विवाद में ज्यादातर ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के खिलाड़ी फंसते रहते हैं. पूर्व पाकिस्तानी कप्तान और मौजूदा पाक पीएम इमरान खान भी ये काली करतूत कर चुके हैं. 


2021 में ही जनवरी में भारत के साथ एक टेस्ट मैच में स्टीव स्मिथ ने चुपके से रिषभ पंत का बैटिंग गार्ड अपने पैर के जूते से मिटाने की कोशिश की थी जिससे रिषभ पंत गलती करके अपना विकेट गंवा दें. स्मिथ की ये करतूत भी कैमरे में कैद हो गई थी. 


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