नई दिल्ली: विश्व कप के नॉकआउट चरण में जगह बनाने की दहलीज पर खड़ा नीदरलैंड मंगलवार को यहां कतर के खिलाफ अपने अंतिम ग्रुप ए मैच में प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगा. 


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वर्ल्डकप से पहले ही बाहर हो चुका है कतर


अगर नीदरलैंड की टीम अगले चरण में जगह बनाती है तो इसमें 71 वर्षीय कोच लुई वान गाल की अहम भूमिका होगी जिन्होंने प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के बावजूद एक साल से कुछ अधिक समय पहले राष्ट्रीय टीम की कमान संभालने के लिए संन्यास से वापसी की. मेजबान देश कतर अपने शुरुआती दो मैच हारकर पहले ही ग्रुप चरण से आगे बढ़ने का मौका गंवा चुका है. 


नीदरलैंड के लिए एक ड्रॉ आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त होगा. चार साल पहले क्वालीफाई करने में विफल रही यह टीम इस तरह एक बार फिर खिताब की दावेदार होगी. 


नॉकआउट में जगह बनाने के करीब है नीदरलैंड


अगर ग्रुप ए के दूसरे मैच में इक्वाडोर सेनेगल को हरा देता है तो नीदरलैंड की टीम हार के बाद भी नॉकआउट में जगह बना सकती है. प्री क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड ग्रुप बी की शीर्ष दो टीमों में से एक का सामना करेगा जहां इंग्लैंड प्रबल दावेदार है जबकि दूसरे स्थान के लिए ईरान, वेल्स और अमेरिका के बीच जंग है. 


वान गाल ने विश्व कप से पहले कहा था कि नीदरलैंड खिताब जीत सकता है लेकिन कुछ ही लोग इस टीम को देश की सर्वश्रेष्ठ टीम में से एक के रूप में देखते हैं. विश्व कप में कोई भी टीम नीदरलैंड जितनी बार नहीं चूकी है. टीम तीन बार उपविजेता रही है. 1974 में पश्चिम जर्मनी के खिलाफ, 1978 में अर्जेंटीना के खिलाफ और 2010 के फाइनल में उसे स्पेन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. ब्राजील में 2014 विश्व कप के सेमीफाइनल में अर्जेंटीना के खिलाफ शूटआउट में हारने के बाद नीदरलैंड की टीम तीसरे स्थान पर रही थी.


 


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