IND vs NZ: 18 जनवरी से भारत और न्यूजीलैंड की टीम के बीच सीमित ओवर्स की सीरीज खेली जानी है जिसमें भारतीय टीम को कीवी टीम के खिलाफ 3 मैचों की वनडे और टी20 सीरीज खेलनी है. इससे पहले न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने अपने करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि के बारे में बताते हुए उस बात का खुलासा किया जिसके चलते हर कीवी टीम को गर्व करने का मौका करने का मौका मिला.


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न्यूजीलैंड के लिये असंभव है दोबारा ऐसी उपलब्धि हासिल करना


इतना ही नहीं उन्होंने भारत के खिलाफ खेले गये सबसे अहम मैच के बारे में भी बताया और कहा कि अब टीम के लिये उस शानदार उपलब्धि को दोहरा पाना आसान नहीं है. न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट का मानना है कि भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी)जीतना उनकी टीम के किसी भी खिलाड़ी के लिए सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है.


उल्लेखनीय है कि न्यूजीलैंड ने 2021 में भारत की मजबूत टीम पर आठ विकेट से जीत के साथ पहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीती जो टीम का पहला आईसीसी खिताब था. बोल्ट को लगता है कि 50 लाख से ज्यादा आबादी वाले देश का डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचना और फिर भारत को हरा देना जिसके पास इतने सारे प्रतिभावान खिलाड़ी हैं, ऐसा ‘फिर कभी नहीं होगा’. 


हर कीवी खिलाड़ी के लिये है ये गौरवपूर्ण पल


बिग बैश लीग में खेल रहे बोल्ट ने कहा, ‘हमारे लिए टेस्ट खेलने वाले देश के रूप में महज 8 साल के अंदर उस चरण तक पहुंचना काफी बड़ी बात है. हमारे लिये फाइनल में पहुंचने के लिए दो साल तक सकारात्मक नतीजे हासिल करना और फिर एक अरब 40 करोड़ की आबादी वाले भारत को हरा देना किसी चमत्कार से कम नहीं है. मुझे नहीं लगता कि ऐसा फिर कभी भी होगा. मुझे लगता है कि जब आप इसके (भारत के) विशाल आकार को देखते हैं तो यह किसी भी न्यूजीलैंड के खिलाड़ी की सबसे गौरवपूर्ण उपलब्धियों में से एक है.’ 


गेंद को दोनों ओर स्विंग कराने की क्षमता रखने वाले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज बोल्ट खेल के सभी प्रारूपों में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रतिभाओं में से एक हैं. पिछले साल न्यूजीलैंड क्रिकेट (एनजेडसी) बोल्ट को उनके केंद्रीय अनुबंध से मुक्त करने पर सहमत हो गया था क्योंकि वह दुनिया भर की टी20 लीग के लिए खुद को उपलब्ध कराना चाहते थे.


एक बार फिर से टीम में वापसी करना चाहते हैं बोल्ट


तैंतीस साल के इस तेज गेंदबाज को लगता है कि क्रिकेटरों का अपने करियर में आगे चलकर फ्रीलांस क्रिकेटर के रूप में खेलना ठीक है लेकिन युवा क्रिकेटरों का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बजाय टी20 लीग खेलने का फैसला न्यूजीलैंड के लिए चिंता का विषय है.संसाधनों की कमी के बावजूद न्यूजीलैंड की टीम सीमित और टेस्ट प्रारूप की मजबूत टीम में से एक है.


उन्होंने कहा, ‘मैंने टेस्ट क्षेत्र में जो कुछ भी हासिल किया है उस पर मुझे गर्व है लेकिन मेरे तीन छोटे बच्चे हैं और मैं अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर हूं. मैं एक बार फिर चुनौती पेश करना चाहता हूं और मुझे उम्मीद है कि ऐसा कर पाऊंगा.करियर के एक निश्चित पड़ाव पर यह लोगों के लिए समान हो सकता है.मुझे लगता है कि अगर एक साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसा करना पसंद करते हैं, तो यह एक चिंता का विषय हो सकता है. न्यूजीलैंड में बहुत सारे क्रिकेटर नहीं हैं. बहुत सारे लोग नहीं हैं.’ 


हालांकि बोल्ट को उम्मीद है कि उनके हाल के फैसले का इस साल के अंत में भारत में 2023 एकदिवसीय विश्व कप में खेलने की उनकी संभावनाओं पर असर नहीं पड़ेगा. डब्ल्यूटीसी खिताब जीतने के अलावा वे 2015 और 2019 एकदिवसीय विश्व कप तथा 2021 T20 विश्व कप में उपविजेता रहे. 


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