नई दिल्लीः भारत के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने शुक्रवार को कहा कि जेएससीए खेल परिसर की पिच ‘रैंक टर्नर’ नहीं थी लेकिन उन्होंने दूसरे दिन से ही इसके इतने धीमे होने की उम्मीद नहीं की थी. मेजबान टीम स्टंप तक सात विकेट गंवाकर 219 रन बना चुकी है जिसमें इंग्लैंड के ऑफ स्पिनर शोएब बशीर ने अपने दूसरे ही टेस्ट में 84 रन देकर चार विकेट झटके. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जानें क्या बोले गेंदबाजी कोच
म्हाम्ब्रे ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, यहां पर हमने पहले जो मैच खेले हैं, उन्हें देखते हुए जैसे जैसे खेल आगे बढ़ता है, इसका विकेट धीमा होता जाता है. उन्होंने कहा, इसकी प्रकृति के हिसाब से यह धीमा जाता है. हमें इसकी उम्मीद थी लेकिन सच कहूं तो हमने यह नहीं सोचा था कि यह दूसरे दिन से ही इतना धीमा हो जायेगा. इस तरह के अलग तरह के उछाल की उम्मीद नहीं थी. 


जूझते दिखे बल्लेबाजी कोच
म्हाम्ब्रे ने कहा, मैं अभी इसे ‘रैंक टर्नर’ नहीं कहूंगा क्योंकि उछाल नीचा है जिससे बल्लेबाजी करना थोड़ा चुनौतीपूर्ण है. मुझे नहीं लगता कि इतनी ज्यादा गेंद तेजी से स्पिन हुई थीं या इन्हें खेलना मुश्किल था. कोच ने कहा कि टीम प्रबंधन की पिच तैयार करने में कोई भूमिका थी क्योंकि यह स्थानीय संघ के ही अधिकार क्षेत्र में आता है. 


उन्होंने कहा, पहले तो हमारा स्थल पर कोई नियंत्रण नहीं होता. यहां जिस तरह का विकेट होता है, यह हमेशा ऐसा ही रहता है, कभी भी ‘रैंक टर्नर’ नहीं होता. यह ही पिच की प्रकृति है.’’ म्हाम्ब्रे ने कहा, ‘‘हमारी टीम ने कोई विशेष निर्देश नहीं दिया था कि हम ‘रैंक टर्नर’ पर खेलना चाहते है. निश्चित रूप से यहां की मिट्टी राजकोट से अलग है. 


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.