ऐसा नहीं किया तो हार जायेगा भारत, टी20 विश्वकप को लेकर सहवाग ने जारी की चेतावनी
नॉटिंघम में खेले गये तीसरे टी20 मैच में सूर्यकुमार यादव ने बेहद शानदार शतकीय पारी खेली लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम जीत की दहलीज को पार नहीं कर सकी.
नई दिल्ली: नॉटिंघम में खेले गये तीसरे टी20 मैच में सूर्यकुमार यादव ने बेहद शानदार शतकीय पारी खेली लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम जीत की दहलीज को पार नहीं कर सकी. सूर्यकुमार की पारी के चलते भारतीय टीम क्लीन स्वीप करने की दहलीज पर थी लेकिन 19वें ओवर में हुए उलटफेर के चलते भारतीय टीम को सिर्फ सीरीज जीत से ही संतोष करना पड़ा. सूर्यकुमार यादव ने अपनी पारी के दौरान 55 गेंदे खेलकर 14 चौके और 6 छक्कों की मदद से 117 रनों की पारी खेली.
जहां एक ओर सूर्यकुमार यादव की पारी ने दुनिया भर के दिग्गजों की तारीफें अपने नाम की तो वहीं पर पूर्व कप्तान विराट कोहली की खराब फॉर्म चिंता का विषय बनी हुई है. कोहली ने इस मैच में शानदार शुरुआत करते हुए सिर्फ 11 रन ही बटोरे थे कि जेसन रॉय ने एक्स्ट्रा कवर पर उनका कैच पकड़ वापस पवेलियन भेज दिया. 5 महीने बाद भारतीय टी20 टीम में वापसी कर रहे विराट कोहली 2 मैचों में सिर्फ 12 रन ही बना सके.
सहवाग ने भारतीय टीम को दी चेतावनी
कोहली की खराब फॉर्म को लेकर कपिल देव, माइकल वॉन समेत कई दिग्गज सवाल खड़े कर चुके हैं और अब इसमें वीरेंदर सहवाग का नाम भी शामिल हो गया है. वीरेंदर सहवाग ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए भारतीय टीम को चेतावनी जारी की है. सहवाग ने कहा कि टीम में ऐसे खिलाड़ियों को शामिल करना चाहिये जो जाते के साथ ही तेजी से रन बना सकें.
उन्होंने लिखा,'भारत के पास कई सारे बल्लेबाज हैं जो शुरुआत से ही रन बना सकते हैं, हालांकि दुर्भाग्य से उन्हें बाहर बैठना पड़ रहा है. आपको वो रास्ता ढूंढना होगा जिसके तहत आप अपने बेस्ट खिलाड़ियों को मौजूदा टी20 क्रिकेट टीम में मौका दिया जा सके.'
वेंकटेश प्रसाद ने भी टीम मैनेजमेंट पर साधा निशाना
वहीं पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने भी इस मुद्दे पर अपने विचार शेयर किये और लिखा कि मौजूदा समय में फॉर्म से बाहर चल रहे खिलाड़ियों को टीम के भले के लिये बाहर कर देना चाहिये.
उन्होंने लिखा,'एक समय था जब फॉर्म से बाहर चल रहे खिलाड़ियों को उनकी रिप्यूटेशन के बावजूद टीम से बाहर कर दिया जाता था. सौरव, सहवाग, युवराज, जहीर और भज्जी को आउट ऑफ फॉर्म होने पर टीम से बाहर कर दिया गया था. वो घरेलू क्रिकेट में वापस लौट और रन बनाकर टीम में वापसी की. लगता है कि अब चीजें बहुत ज्यादा बदल गई हैं, जहां पर फॉर्म खराब होने पर आपको टीम से आराम दिया जाता है. यह आगे बढ़ने का तरीका नहीं है. हमारे देश में इतना टैलेंट है कि आप सिर्फ किसी की रिप्यूटेशन के दम पर उसे खिलाना जारी नहीं रख सकते. दुनिया के सबसे बड़े मैच विनर अनिल कुंबले को भी टीम के भले के लिये कई मौकों पर बाहर बैठना पड़ा था.'
आपको बता दें कि दोनों ही पूर्व क्रिकेटर्स ने यहां पर फॉर्म में चल रहे दीपक हुड्डा को टीम से बाहर बिठाने और खराब फॉर्म में चल रहे विराट कोहली को लगातार खिलाने पर सवाल उठा रहे हैं.
इसे भी पढ़ें- कोहली की खराब फॉर्म पर कितनी चिंता में हैं कप्तान रोहित शर्मा, कपिल देव को दिया करारा जवाब
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.