Aadhar Card: आपने अक्सर कुछ ऐसे मामले देखे या सुने होंगे जहां पर परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु हो जाती है लेकिन उसके बाद भी उस व्यक्ति के नाम पर राशन और पेंशन की सुविधा चलती रहती है. लोगो परिवार के मरे हुए सदस्यों का सर्टिफिकेट नहीं जमा कराते हैं और राशन, पेंशन समेत मिलने वाली कई सुविधाओं में घपलेबाजी कर उसका लाभ उठाते रहते हैं. हालांकि अब यह और नहीं हो पाएगा क्योंकि यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने इसे रोकने के लिये बड़ा कदम उठाया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अब सरकारी योजना में नहीं हो सकेगी घपलेबाजी


भारत में आधार कार्ड का पंजीकरण करने वाली संस्था यूआईडीएआई और रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया (Registrar General of India) ने साथ मिलकर एक ऐसा मैकेनिज्म तैयार करने की योजना बनाई है जिसके जरिए किसी भी व्यक्ति की मृत्यु होते ही उनका आधार कार्ड डिएक्टिवेट हो जाएगा. उल्लेखनीय है कि रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया भारत में लोगों के जन्म और मृत्यु का रिकॉर्ड रखती है. ऐसे में जब किसी व्यक्ति की मौत के बाद जैसे ही उसका डेथ सर्टिफिकेट जारी होगा वैसे ही आधार कार्ड डिएक्टिवेट हो जाएगा.


योजना के अनुसार जैसे ही एजेंसी डेथ सर्टिफिकेट जारी होगा ठीक वैसे ही व्यक्ति के मरने की सूचना आधार एजेंसी को भी चली जाएगी. परिवार के साथ एक कनफर्मेशन की जाएगी और कंसेंट मिलने के साथ ही आधार का नंबर डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा. रिपोर्ट के अनुसार इस योजना को लागू करने के लिये राज्य सरकारों से भी बातचीज जारी है.


आधार 2.0 के तहत सरकार दे रही है नए फीचर


गौरतलब है कि परिवार वालों को मृतक का डेथ सर्टिफिकेट हासिल करने के लिये उसका आधार नंबर देना होगा तो वहीं पर आधार पंजीकरण संस्था जन्म प्रमाण पत्र के साथ ही आधार नंबर जारी करने की योजना पर पहले से काम कर रही है. अब तक यह योजना 20 राज्यों में लागू की जा चुकी है और दूसरे राज्यों से भी इसे जल्द अपनाने की संभावना है.


ये सभी सुविधाएं आधार 2.0 का हिस्सा है जिसके तहत सरकार लोगों में आधार संख्या की क्रेडिबिलिटी बढ़ाने के साथ नये फीचर लाने पर ध्यान दे रही है.


सरकार ने शुरू की आधार अपडेशन की योजना


इसके साथ ही यूआईडीएआई ने एक अपडेशन एक्सरसाइज भी शुरू की है जिसके तहत जिन लोगों का आधार करीब 10 साल पहले बना था उन्हें अपने रिकॉर्ड को अपडेट करने के लिये कहा जा रहा है. फिलहाल इसका कोई सटीक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है लेकिन अनुमानों के हिसाब से अब तक 3 करोड़ से ज्यादा लोग आधार अपडेट कर चुके हैं.


आम सेवाओं में बढ़ा है आधार के इस्तेमाल का दायरा


आपको बता दें कि सरकारी योजनाओं से लेकर आम सेवाओं में आधार के इस्तेमाल का दायरा लगातार बढ़ रहा है जिसके तहत आम आदमी के हेल्थ रिकॉर्ड, इनकम टैक्स और ड्राइविंग लाइसेंस तक में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. सरकार एक ऐसी व्यवस्था बनाने की ओर अग्रसर है जिसमें व्यक्ति की आधार संख्या में बदलाव करते ही सारा रिकॉर्ड बदल जाएगा. पहले चरण के दौरान उन लोगों को शामिल किया जा सकता है जो डिजिलॉकर सेवा का इस्तेमाल करते हैं.


इसे भी पढ़ें- BAN vs IRE: शतक जड़ कर मुशफिकुर रहीम ने रचा इतिहास, लगाई रिकॉर्ड्स की झड़ी



Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.